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राम नवमी हिंसा: नालंदा पहुंचे DGP आरएस भट्टी, अधिकारियों संग की बैठक, हिंसा के आरोपियों से की पूछताछ

राम नवमी के दिन नालंदा में हुई हिंसा को लेकर सीएम नीतीश कुमार के साथ मीटिंग खत्म होने के बाद डीजीपी आरएस भट्टी बिहार शरीफ यानि नालंदा पहुंच गए हैं.

Updated on: 02 Apr 2023, 09:11 PM

highlights

  • डीजीपी आरएस भट्टी पहुंचे बिहार शरीफ
  • सर्किट हाउस में अधिकारियों संग की बैठक
  • सीजेएम भी डीजीपी के साथ रहे मौजूद
  • हिंसा के आरोपियों से डीजीपी ने की पूछताछ

Nalanda:

राम नवमी के दिन नालंदा में हुई हिंसा को लेकर सीएम नीतीश कुमार के साथ मीटिंग खत्म होने के बाद डीजीपी आरएस भट्टी बिहार शरीफ यानि नालंदा पहुंच गए हैं. उन्होंने सर्किट हाउस में जिले के अधिकारियों के सैथ बैठक की और हालात का जायजा लिया. इस दौरान हिंसा करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए आरोपियों से भी डीजीपी आरएस भट्टी द्वारा पूछताछ की गई. इस मौके पर जिले के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) भी डीजीपी के साथ मौजूद रहे. बता दें कि डीजीपी आरएस भट्टी आज ही सीएम नीतीश के साथ हुई हिंसा को लेकर समीक्षा बैठक में शामिल हुए थे और प्रेस वार्ता में कहा था कि जो भी हिंसा करने के लिए जिम्मेदार होगा उसे चिन्हित करके कानून के माध्यम से कड़ी सजा दिलाई जाएगी. इतना ही नहीं डीजीपी भट्टी ने ये भी कहा था कि किसी भी हाल में हिंसा फैलानेवालों को नहीं छोड़ेंगे. 

अबतक 109 उपद्रवियों की गिरफ्तारी

प्रेस कांफ्रेंस में डीजीपी आरएस भट्टी ने कहा कि वर्तमान में पूरे राज्य में विधि व्यवस्था नियंत्रण में है. सासाराम और बिहार शरीफ में जो घटनाएं हुई हैं उनमें 109 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है और उपद्रवियों को चिन्हित किया जा रहा है. कानून पूरी ताकत के साथ उपद्रवियों से निबटेगी.  राज्य की शांति की व्यवस्था को भंग करने का एक प्रयास था, जिसे प्रशासन द्वारा विफल किया गया है. हम आगे इस तरह की कोई घटना नहीं होने देंगे. उपद्रवियों की पहचान करके उन्हें कानून के दायरे में लाकर सजा दिलाएंगे.

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बम विस्फोट मामले का जुलूस से संबंध नहीं

डीजीपी ने आगे बताया कि नालंदा में एक शख्स की मौत हुई है मामला दर्ज कर लिया गया है. वहीं, सासाराम में बम विस्फोट कांड के मामले में डीजीपी ने बताया कि एफएसएल की टीम मौके पर भेजी गई और ये बात सामने निकलकर आई है जुलूस के दौरान हुई हिंसा से बम विस्फोट का कोई संबंध नहीं है. विस्फोट में घायल हुआ शख्स बम बना रहा था. वह अपराधी है और पहले भी जेल जा चुका है. बम बनाने के दौरान विस्फोट हुआ और शख्स घायल हो गया, डीजीपी ने बताया कि हमें मौके पर जो चीज मिली उससे ये पता लगा है कि जो बम बना रहा था वह खुद ही विस्फोट में घायल हुआ है. कोई हमला नहीं हुआ था. घायल शख्स को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अपराधियों द्वारा बम बनाया जा रहा था झोपड़ी में. पहले भी उसके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज थे. उसमें 6 लोग घायल हुए हैं. बम विस्फोट का मामला अलग है और जुलूस के दौरान हुई हिंसा से उसका कोई सम्बन्ध नहीं है. बम बनाने वाला घायल हुआ है, उसका इलाज चल रहा है जैसे ही वह ठीक होगा उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी. मामले में केस दर्ज किया गया है.

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1832 जुलूस निकाले गए बिहार में

डीजीपी आरएस भट्टी ने बताया कि पूरे बिहार में 1832 जुलूस निकाले गए. नालंदा और सासाराम को छोड़कर बाकी सभी स्थानों पर जूलूस शांति पूर्वक सम्पन्न हुए. राम नवमी पर सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम रहते हैं और इस बार भी इंतजाम किए गए थे. जहां घटनाएं हुई हैं वहां अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की गई है. मामले की जांच की जा रही है, उपद्रवियों को चिन्हित किया जा रहा है, किसी भी दोषी को नहीं छोड़ेंगे. वहीं, बिना लाइसेंस और बिना परमिशन के जुलूस निकालने वाले संगठनों के खिलाफ भी डीजीपी ने जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है.