Bihar Politics: बिहार में चुनावी माहौल दिन-ब-दिन गर्म होता जा रहा है. अब बहस का केंद्र बन गया है आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का बयान, जिसमें उन्होंने ‘सूत्र’ को ‘मूत्र’ कहकर मीडिया रिपोर्ट्स और राजनीतिक हलकों में नई बहस छेड़ दी है. तेजस्वी के इस बयान को लेकर बीजेपी ने तीखा पलटवार किया है और उन्हें हिंदू विरोधी बताकर घेरने की कोशिश की है.
ये है पूरा माजरा
दरअसल, रविवार को तेजस्वी यादव एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे. इस दौरान जब उनसे बिहार की वोटर लिस्ट में कथित विदेशी नागरिकों के नाम जुड़ने से संबंधित सवाल पूछा गया, जो चुनाव आयोग के सूत्रों के हवाले से मीडिया में आया था, तो उन्होंने कहा, 'सूत्र बता? हम उस सूत्र को मूत्र समझते हैं.'
तेजस्वी ने कहा कि हर बार बेबुनियाद रिपोर्टिंग होती है और बाद में खंडन व माफी की नौबत आती है. ऐसे में यदि कोई सूत्र गलत या अफवाह फैलाने वाला है, तो वो 'मूत्र के बराबर' है, यानी व्यर्थ है.
आरजेडी नेता की आलोचना की
तेजस्वी के इस बयान को बीजेपी ने हाथों-हाथ लिया और आरजेडी नेता की आलोचना शुरू कर दी. बीजेपी प्रवक्ताओं ने कहा कि जो नेता चुनाव आयोग और मीडिया रिपोर्ट्स को अपमानजनक शब्दों से संबोधित करता है, उसका बौद्धिक स्तर इसी से समझा जा सकता है. साथ ही बीजेपी ने तेजस्वी पर आरोप लगाया कि वह संवैधानिक संस्थाओं और हिंदू भावनाओं का अपमान कर रहे हैं.
तेजस्वी ने किया पलटवार
तेजस्वी ने पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने किसी धर्म को नहीं, बल्कि अफवाह फैलाने वाले बेबुनियाद सूत्रों को निशाने पर लिया है. साथ ही उन्होंने मीडिया से सवाल किया कि ऐसी खबरें चलाने से पहले जांच क्यों नहीं की जाती?
बता दें कि चुनाव आयोग ने हाल ही में वोटर लिस्ट के पुनरीक्षण के दौरान कुछ नामों को लेकर जांच के आदेश दिए हैं. इसी बीच कुछ रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया कि लिस्ट में नेपाली और बांग्लादेशी नागरिकों के नाम भी दर्ज हैं. इसी मुद्दे पर पूछे गए सवाल पर तेजस्वी का बयान सामने आया.
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