आप किसी को गंभीर हालत में लेकर अस्पताल पहुंचे हैं और तड़पते मरीज का इलाज ना हो. इलाज के अभाव में मरीज तड़प-तड़पकर दम तोड़ देता है. सदर अस्पताल में चिकित्सक की लापरवाही से हुए मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. चिकित्सा के अभाव में 1 घंटे तक मरीज तड़पता रहा और आखिरकार उसने तोड़ ही दिया दम. इतना ही नहीं इलाजरत महिला से पैसे मांगने का भी आरोप निजी स्वस्थ्यकर्मी पर लगाया गया. पीड़ित के मौत के बाद परिजनों के हंगामा करने के बाद वहां चिकित्सक पहुंचे और मरीज को मृत घोषित कर दिया. जब मामले ने तूल पकड़ा तो मृतक के परिजन द्वारा इसकी सूचना स्थानीय नेता को दी गई. सूचना मिलते ही आनन-फानन में युवा नेता पहुंचे.
डॉक्टरों की लापरवाही से गई मरीज की जान
युवा नेता ने डीएम सीएस इमरजेंसी वार्ड से ही कॉल लगाकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई. घटना के विरोध में उग्र प्रदर्शन करने की चेतावनी दी. डीएम को दी गई मोबाइल पर सूचना के बाद महज 15 मिनट में एसडीओ संजय कुमार एसडीएम राकेश कुमार, सिविल सर्जन बी सिन्हा, एसीएमओ एके भारती, अस्पताल अधीक्षक राकेश कुमार, प्रबंधक नंद किशोर भारती सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी इमरजेंसी वार्ड पहुंचे. उसके बाद पदाधिकारियों को देखकर परिजनों और पहुंचे हुए युवा नेताओं ने जोरदार प्रदर्शन शुरू कर दिया.
1 घंटे तक इलाज के लिए तड़पता रहा मरीज
लगातार चिकित्सक की लापरवाही के मौत के मामले में तत्काल एफआईआर दर्ज करने की मांग पर अड़ गए. काफी मशक्कत के बाद एसडीएम और एसडीएम के समझाने पर मामला शांत हुआ. वहीं, मामले को लेकर एसडीओ ने तत्काल राहत के द्वारा दी जाने वाली सरकारी मुआवजे की घोषणा की. साथ ही यह भी आश्वासन मिला कि मामले में निष्पक्ष जांच कर जो भी दोषी पाए जाएंगे, उस चिकित्सक पर कार्रवाई की जाएगी. जानकारी के अनुसार बढ़िया थाना के जयपुर गांव निवासी यादव के पुत्र वीडियो यादव सरस पहले बढ़िया से होकर सदर अस्पताल इलाज कराने पहुंचे थे. 12:05 पर उनका रसीद कटा, उसके बाद उसने 1:10 पर दम तोड़ दिया. घंटों तक मरीज इलाज के अभाव में तड़पते रहा, लेकिन उसका इलाज नहीं हो पाया.
रिपोर्टर- अजय झा
HIGHLIGHTS
- डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही आई सामने
- इलाज के अभाव में मरीज ने तोड़ा दम
- परिजनों ने अस्पताल में जमकर किया हंगामा
Source : News State Bihar Jharkhand