logo-image

प्रभुनाथ सिंह को मिली सजा के बहाने सुशील मोदी ने बोला नीतीश-लालू पर हमला, शहाबुदीन, पप्पू यादव, राजबल्लभ यादव, अनंत सिंह का भी किया जिक्र

सुशील मोदी ने कहा कि पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह को लालू-नीतश का संरक्षण प्राप्त था. सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट का फैसला पलट कर न्यायपालिका में आमजन का भरोसा बढ़ाया है. सत्ता संरक्षण से शहाबुदीन, पप्पू यादव, राजबल्लभ यादव, अनंत सिंह बाहुबली बने.

Updated on: 02 Sep 2023, 07:48 PM

highlights

  • सुशील मोदी ने नीतीश-लालू पर बोला करारा हमला
  • प्रभुनाथ सिंह के बहाने कसा तंज
  • कई अन्य बाहुबलियों के बहाने भी किया कटाक्ष

Patna:

बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सह बीजेपी राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने एक बार फिर से आरजेडी चीफ लालू यादव पर करारा हमला बोला है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरजेडी के पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह को उम्रकैद की सजा सुनाए जाने को लेकर लालू यादव पर तंज कसा है. सुशील मोदी ने कहा कि पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह को लालू-नीतश का संरक्षण प्राप्त था. सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट का फैसला पलट कर न्यायपालिका में आमजन का भरोसा बढ़ाया है. सत्ता संरक्षण से शहाबुदीन, पप्पू यादव, राजबल्लभ यादव, अनंत सिंह बाहुबली बने. सुशील मोदी ने कहा कि जो लोग कानून को रौंद कर राज करते थे, वे ही आज संविधान बचाने की बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि छपरा के दोहरे हत्याकांड ने डरावने दौर की यादों को ताजा कर दिया है.

पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि दोहरे हत्याकंड में सुप्रीम कोर्ट से उम्र कैद की सजा पाने वाले पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह को लालू प्रसाद और नीतीश कुमार का संरक्षण प्राप्त था. सुशील मोदी ने कहा कि 28साल पहले 1995में प्रभुनाथ सिंह ने छपरा के एक पोलिंग बूथ के पास दो व्यक्तियों को सिर्फ इसलिए गोली मार दी थी कि उन दोनों ने उन्हें वोट नहीं दिया था. उस समय बिहार में बाहुबली लोकतंत्र की नरेटी पकड़े हुए थे.

ये भी पढ़ें-Samastipur News: थानेदार नंद किशोर यादव का 1 और हत्यारा गिरफ्तार, हैदराबाद से ऐसे किया गया अरेस्ट

उन्होंने कहा कि उस भयावह हत्याकांड के समय लालू प्रसाद मुख्यमंत्री थे और सुप्रीम कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में अभियुक्त प्रभुनाथ सिंह को सत्ता का संरक्षण प्राप्त होने का उल्लेख भी किया है. सुशील मोदी ने कहा कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व सांसद को "सबूत के अभाव में" बरी करने के ट्रायल कोर्ट और हाई कोर्ट के फैसलों को पलटते हुए जो टिप्पणी की है, वह याद दिलाती है कि लालू-राबड़ी राज में सत्ता ने पुलिस, गवाह, सरकारी वकील (पीपी) और अदालत तक को कैसे बेमानी कर दिया गया था.

उन्होंने कहा कि दोहरे हत्याकांड का मुकदमा चलने पर मुख्य गवाह और मृतक की माँ लालमुनी देवी को अगवा कर लिया गया था. दूसरे गवाहों को डरा कर प्रभुनाथ सिंह ने अपने पक्ष में कर लिया था और सरकारी वकील अभियुक्त की सहायता कर रहा था. सुशील मोदी ने कहा कि इसी मामले की सुनवाई के दौरान ट्रायल कोर्ट में जज के सामने गवाहों पर हमला हुआ, लेकिन जज साहब ने मामला दर्ज करने की हिम्मत नहीं की.

उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद के संरक्षण से शहाबुदीन, पप्पू यादव, राजबल्लभ यादव, अनंत सिंह, आनंद मोहन, मुन्ना शुक्ला जैसे कई लोग बाहुबली बने और बिहार की छवि धूमिल हुई. सुशील मोदी ने कहा कि जो लोग कानून को रौंद कर चुनाव जीतते और राज करते थे, वे ही आज लोकतंत्र और संविधान बचाने की बात कर रहे हैं.