NS Explainer: कटिहार गोली कांड, 1 सेकेंड में गोली मारकर आरोपी फरार, जानिए-क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
वीडियो फुटेज में दिख रहा है कि एक शख्स सफेद शर्ट व काली पैंट में उस दिशा में आगे बढ़ता है जहां 10-12 लोग खड़े रहते हैं. तभी अचानक शख्स एक काले रंग के शॉर्ट कुर्ता टाइप पहने शख्स से टकराता है और तुरंत अपने दांई तरफ हो लेता है.
highlights
- कटिहार गोलीकांड का सीसीटीवी फुटेज आया सामने
- महज 1 सेकेंड में गोली मारने का है आरोप
- आरोपी के हाथों में नहीं दिख रहा कोई हथियार
- 1 सेकेंड में दो लोगों को एक ही गोली से मारना कैसे संभव?
Katihar:
कटिहार गोलीकांड का वीडियो जिला प्रशासन द्वारा एक सीसीटीवी फुटेज जारी किया गया है. समाचार एजेंसी एनएनआई द्वारा घटना का 29 सेकंड का वीडियो शेयर किया गया है. कटिहार के एसपी और डीएम द्वारा दावा किया जा रहा है कि जो शख्स सफेद शर्ट में हैं और लोगों की तरफ जाता दिख रहा है, उसी ने गोली चलाई है. कथित तौर पर दो लोग ये भी कहते सुने जा रहे हैं कि गोली एक चली है लेकिन एक ही गोली से दो लोगों की मौत हो गई. अब जरा वीडियो पर नजर डालते हैं और उसके बाद एक्सपर्ट वीडियो के बारे में क्या कहते हैं, इसके भी बारे में जानेंगे. 29 सेकेंड के वीडियो में अगर कुछ काम का दिख रहा है तो वह मात्र 2 सेंकेंड का फुटेज ही है.
क्या दिख रहा है सीसीटीवी फुटेज में?
सबसे पहले ये जान लेते हैं कि कटिहार प्रशासन द्वारा जारी किए गए फुटेज में क्या दिख रहा है? वीडियो फुटेज में दिख रहा है कि एक शख्स सफेद शर्ट व काली पैंट में उस दिशा में आगे बढ़ता है जहां 10-12 लोग खड़े रहते हैं. तभी अचानक शख्स एक काले रंग के शॉर्ट कुर्ता टाइप पहने शख्स से टकराता है और तुरंत अपने दांई तरफ हो लेता है. इस दौरान वहां मौजूद लोग इधर-उधर हो जाते हैं. वीडियो में पीछे से एक शख्स को ये कहते सुना जा रहा है कि एक गोली चली है और दो लोगों को लगी है. दो लोगों को एक गोली से शायद मार पाना संभव नहीं है. गोली चलाने का आरोप जिस शख्स पर लगा है उसके बॉडी लैंग्वेज से बिल्कुल भी ऐसा नहीं लग रहा है कि उसने गोली चलाई होगी.
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एक पहलू वीडियो का ये भी है कि आरोपी द्वारा काले रंग के कुर्ते पहने शख्स को छूते ही वह गिर जाता है. सीसीटीवी में आरोपी के हाथ में किसी भी तरह का हथियार नहीं दिख रहा है. दूसरी तरफ, ये दावा कि एक गोली दो शख्स को लगी होगी ये बात भी नहीं हजम हो रही है. क्योंकि, काले शर्ट पहने हुए जो शख्स खड़ा था उसके पीछे व बाईं तरफ कोई नहीं था. ऐसे में दूसरे शख्स को वही गोली लगना बिल्कुल भी समझ से परे है. एक शख्स की गोली लगने से मौत हो सकती है या ये भी हो सकता है कि गोली पीछे से चली हो और आरोप गलत आदमी पर लग रहा हो. क्योंकि वीडियो में साफ-साफ दिख रहा है कि जैसे ही आरोपी काले रंग की शर्ट/कुर्ता पहने शख्स से टकराता है वैसे ही भीड़ तीतर - बितर हो जाती है और आरोपी खुद अपने दाईं तरफ भागता है. वीडियो में एक ही आदमी को गिरता हुआ देखा जा सकता है.
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चलो मान भी लिया जाए कि आरोपी ने एक शख्स को गोली मारी.. तो दूसरे शख्स को एक ही गोली से कैसे मार सकता है. गोलीकांड की पूरी वारदात महज 1 सेकेंड में खत्म हो जाती है. अमूनन एक बार पिस्टल से फॉयर करने में अगर फायरिंग करनेवाला बहुत ही एक्सपर्ट है तो भी 40 माइक्रोन सेकंड में एक राउंड फायरिंग कर सकता है. बात अगर कटिहार कांड की करें तो एक गोली चली है, तो कम से कम 1 सेकेंड का समय गोली चलाने में आरोपी को लगा ही होगा. अब सवाल ये भी उठता है कि आखिर कैसे महज 1 सेकेंड के अंदर आरोपी गोली मारकर, दो लोगों की हत्या कर देता है और अगले ही सेकेंड भीड़ में शामिल हो जाता है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
कटिहार गोलीकांड के आरोपी का वीडियो देखकर तो सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि क्या ये संभव है कि कोई फायरिंग करके, खुद को संभालते हुए, दोबारा से भीड़ में शामिल हो जाये वो भी महज 1 सेकेंड के अंदर? वीडियो दिखाकर एक एक्सपर्ट की राय ली गई. वीडियो देखकर एक्सपर्ट द्वारा इस बात को सिरे से ही खारिज कर दिया गया कि जिस पर आरोप लगा है उसने फायरिंग की होगी. हालांकि, एक्सपर्ट के द्वारा ये जरूर बताया गया कि पिस्टल या ऑटोमेटिक असलहों से खासकर ऐसे असलहे जिन्हें सिर्फ एक बार ही कॉक करने की जरूरत है वो तबतक गोलियां चलाने में सक्षम होती हैं जबतक मैग्जीन में गोलियां खत्म ना हो जाए. यानि कि एक बार कॉक कीजिए और गोलियां चलाते जाइए. जब एक्सपर्ट से ये पूछा गया कि अमूनन एक राउंड फायरिंग में कितना समय लगेगा तो एक्सपर्ट द्वारा बताया गया कि ये फायरिंग करनेवाले की उंगलियों पर निर्भर करता है कि वह कितनी जल्दी-जल्दी ट्रिगर दबा सकता है. उदाहरण के तौर पर एक्सपर्ट द्वारा कहा गया कि आप खुद इस बात को इमेज कर सकते हैं कि आपकी उंगली गन की ट्रिगर दबाने में कितना समय ले सकती है?
घटना का सीसीटीवी फुटेज कटिहार प्रशासन द्वारा जारी किया गया है
अब एक्सपर्ट के हिसाब से और एक आम आदमी के हिसाब से भी पिस्टल या ऑटोमेटिक असलहों के ट्रिगर प्रति राउंड के लिए 1 सेकंड तक का समय ले सकती हैं. ऐसे में वीडियो में दिख रहा कथित आरोपी महज एक सेकेंड में किसी को गोली मारकर वो भी दो-दो लोगों की एक ही गोली से हत्या करके तुरंत खुद को भी सहज कर लेता है और भीड़ में शामिल हो जाता है. गोली लगने और शख्स का भीड़ की तरफ शामिल होने में महज 1 सेकेंड लगता है. 1 सेकेंड के अंदर किसी को गोली मारकर 4-5 कदम चलकर भीड़ में शामिल होना 'दाल में काला' की तरफ इशारा कर रहा है.
कटिहार के एसपी जितेंद्र कुमार के दो बयान
घटना वाले दिन एसपी का बयान
कटिहार के एसपी जितेंद्र कुमार ने कहा कि हम सभी लोग घटनास्थल पर मौजूद हैं. आप देख सकते हैं कि यहां कोई भी ऐसी चीज नहीं है जिसे तोड़ा नहीं गया हो. ऐसा लग रहा है कि प्लानिंग के तहत इसके इंस्टीगेट किया गया है क्योंकि अचानक से यहां सब हुआ. प्रत्यक्षदर्शियों और सम्मानित लोगों के द्वारा बताया गया कि हम प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन अचानक उग्र प्रदर्शन होने लगा. उपद्रवियों द्वारा अधिकारियों को एक रूप में बंधक बनाया गया. बिजली कर्मी और पुलिकर्मियों को चोटें आई हैं. आत्मरक्षा में पुलिस द्वारा गोली चलाई गई है. पूरी घटना की हम जांच करेंगे. दोषी के खिलाफ हम सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे. लोग बहुत ही नॉर्मल तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन शांति तरीके से जो लोग प्रदर्शन कर रहे थे उन्हें भी ये नहीं समझ आया कि प्रदर्शन अचानक हिंसक हो गया.
28/07/2023 को दिया गया एसपी का बयान
एसपी जितेंद्र कुमार ने कहा है कि प्रदर्शनकारी खुर्शीद और सोनू की मौत पुलिस की गोली लगने से नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर मौजूद सीसीटीवी से नए तथ्य सामने आए हैं. पुलिसवालों और मृतकों के बीच काफी दूरी थी. एसपी ने कहा है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी को चिन्हित किया जा चुका है. जिसने गोली चलाई है उसकी तस्वीर सीसीटीवी में कैद हो गई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
क्या हुआ था कटिहार में?
बिहार के कटिहार जिले में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में पुलिस द्वारा की गई फायरिंग की चपेट में आने से 2 प्रदर्शनकारी की मौत हो गई थी और 2 लोग घाय़ल हुए थे. दरअसल, बिजली आपूर्ति को लेकर लोगों को प्रदर्शन करने की अनुमति जिला प्रशासन द्वारा दी गई थी. जिला प्रशासन के मुताबिक, लोग शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करते और ज्ञापन सौंपते. ज्ञापन को जिला प्रशासन बिजली विभाग को अग्रसरित करता और लोगों की समस्या का निवारण करने का आदेश देता. आरोप है कि कुछ आसामाजिक तत्वों द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से चल रहे प्रदर्शन को अचानक हिंसानात्मक बना दिया और शांति से चल रहा प्रदर्शन अचानक उग्र कैसे हो गया ये बात खुद शांति से प्रदर्शन कर रहे लोग भी नहीं समझ सके.
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