वापस लौट रहे प्रवासियों को बिहार में ही काम मिले, ये सुनिश्चित करेंगे: नीतीश

नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे उद्योगपतियों को बिहार में निवेश के लिये प्रोत्साहित करें. उन्होंने कहा कि उद्योग स्थापित करने से बाजार का विकास होगा और लोगों की आय में वृद्धि होगी.

नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे उद्योगपतियों को बिहार में निवेश के लिये प्रोत्साहित करें. उन्होंने कहा कि उद्योग स्थापित करने से बाजार का विकास होगा और लोगों की आय में वृद्धि होगी.

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Ravindra Singh
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सीएम नीतीश कुमार

बिहार सीएम नीतीश कुमार( Photo Credit : फाइल)

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को उद्योगपतियों से राज्य में कारोबारी इकाइयां स्थापित करने का आग्रह करते हुए उन्हें सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया. कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे उद्योगपतियों को बिहार में निवेश के लिये प्रोत्साहित करें. उन्होंने कहा कि उद्योग स्थापित करने से बाजार का विकास होगा और लोगों की आय में वृद्धि होगी. कोरोनावायरस (Corona Virus) संक्रमण की वजह से महानगरों से वापस लौट रहे प्रवासी मजदूरों के लिए नीतीश कुमार ने उम्मीद जगाई है. आपको बता दें कि लॉकडाउन (Lock Down) के बाद से देश के महानगरों से बिहार के लिए लाखों मजदूरों ने काम छिन जाने की वजह से घर वापसी की है.

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उन्होंने कहा, हमारे राज्य में उपभोक्ताओं की भरमार है. हमारे पास बहुत बड़ा बाजार है. राज्य के उद्योगपतियों को इस ओर ध्यान देना चाहिये. उन्हें यहां नए उद्योग लगाने चाहिये. राज्य सरकार उनकी हर संभव मदद करेगी. कुमार ने यह बात ऐसे समय कही है जब लॉकडाउन के चलते लाखों की तादाद में प्रवासी कामगार वापस बिहार लौट रहे हैं. कुमार ने कहा कि राज्य में कपड़ा, जूता, बैग, फर्नीचर और साइकिल उद्योग में पर्याप्त अवसर हैं. उन्होंने कहा कि भागलपुर और मुंगेर में रेशम उद्योग के पर्याप्त अवसर हैं क्योंकि भागलपुरी सिल्क दुनिया भर में प्रसिद्ध है.

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कुमार ने कहा, हम चाहते हैं कि लोगों को यहां राज्य में काम मिले ताकि उन्हें अनावश्यक रूप से बाहर जाने की जरूरत न पड़े. हम राज्य में सभी को काम मुहैया कराने की व्यवस्था करेंगे. लोग बिहार के विकास में भागीदार बनेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य के बाहर की निजी कंपनियों ने बिहार के प्रवासी श्रमिकों की देखभाल नहीं की. उन्होंने कहा कि यह उनकी जिम्मेदारी थी.

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मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को पृथक-वास केन्द्रों में रहने वालों का विस्तृत सर्वेक्षण करने का निर्देश देते हुए कहा कि सर्वेक्षण में विवरण शामिल होगा कि व्यक्ति कहां से लौटा, वह किस तरह की नौकरी कर रहा था ताकि उन्हें अपनी आजीविका कमाने के लिए बाहर जाने की जरूरत न पड़े. कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये आठ जिलों के 16 पृथक-वास केन्द्रों का निरीक्षण करते हुए कहा, यह हमारी जिम्मेदारी है कि सभी को काम करने व रोजगार का अवसर मिले. राज्य सरकार अपना व्यवसाय शुरू करने की इच्छा रखने वाले लोगों की हरसंभव मदद करेगी.

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