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फाइल फोटो( Photo Credit : File Photo)
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फाइल फोटो( Photo Credit : File Photo)
एक बार फिर से बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व बीजेपी से राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने सूबे के सीएम नीतीश कुमार पर करारा हमला बोला है. सुशील मोदी ने कहा कि जद यू महाराणा प्रताप को महान योद्धा स्वीकार कर स्वाभिमान दिवस मना रहा है, यह अच्छी बात है, लेकिन राणा के शत्रु अकबर के बारे में उसकी क्या राय है, यह भी साफ होना चाहिए. मध्यकाल में राणा प्रताप और अकबर की सेनाओं के बीच कई लड़ाइयाँ हुईं, इसलिए कोई दल या समुदाय एक साथ दोनों को "महान" कैसे बता सकता है?
सुशील मोदी ने कहा कि क्षत्रिय शिरोमणि महाराणा प्रताप को जद-यू महान मानता है, जबकि उसका सहयोगी दल राजद लगातार सवर्णों की निंदा कर रहा है. सत्ता में बने रहने के लिए नीतीश कुमार सवर्ण महापुरुषों का अपमान चुप्पी मारकर बर्दाश्त कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राजद सवर्ण जाति के गरीबों (ईडब्ल्यूएस) को 10 फीसद आरक्षण देने के केंद्र सरकार के फैसले का विरोध ही करता रहा.
उन्होंने कहा कि राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ईडब्ल्यूएस को रिजर्वेशन देने के पक्ष में थे, इसलिए पार्टी ने उनका घोर अपमान किया था. मृत्यु से कुछ समय पहले उन्हें अस्पताल के बिस्तर से अपना इस्तीफा लालू प्रसाद को भेजना पड़ा था. सुशील मोदी ने कहा कि कहा कि यदि जदयू हृदय से महाराणा प्रताप का सम्मान करता है , तो उसे राजद के साथ अपने रिश्ते पर पुनर्विचार करना चाहिए.
अगड़े-पिछड़े को बांटने का एजेंडा चल रहा है
सुशील मोदी ने कहा कि कहा कि सत्ता में आते ही आरजेडी "भूरा बाल साफ करो" के लालू-मंत्र पर खुल कर काम करने लगा. सरकार के एक मंत्री ने रामचरित मानस की निंदा की और दूसरे मंत्री पूरे सवर्ण समाज को अंग्रेजों का दलाल बता कर समाज को अगड़े-पिछड़े में बाँटने का एजेंडा चला रहे हैं. आरजेडी कभी "माई " से बाहर आकर "ए-टू-जेड" की पार्टी नहीं बन सकता.
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Source : News State Bihar Jharkhand