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मरीज( Photo Credit : NewsState BiharJharkhand)
बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था पर लगातार सवाल उठाए जाते हैं. कहने को तो अस्पताल है लेकिन मरीजों का इलाज नहीं होता है. उन्हें वहां से भगा दिया जाता है. ताजा मामला भागलपुर जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा अस्पताल का है. जहां एक मरीज अस्पताल के बाहर तीन दिनों से बैठा हुआ है. इस उम्मीद से की उसे अस्पताल में भर्ती कर लिया जाएगा, लेकिन उसकी हालत पर डॉक्टर को तरस तक नहीं आया और उसे अस्पताल में भर्ती करने से मना कर दिया.
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दरअसल भागलपुर जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही की तस्वीर सामने आई है. जहां एक मरीज तीन दिनों से ओपीडी के बाहर रास्ते पर अपने परिजनों के साथ पड़ा हुआ है, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने उसे भर्ती तक नहीं किया. ओपीडी के बाहर पड़ा यह मरीज झारखंड के गोड्डा जिला का रहने वाला है. इसके पैर के ऊपरी हिस्से में बड़ा जख्म हो गया है जिस कारण उसे चलने फिरने में परेशानी हो रही है. बताया जा रहा है कि मरीज रविवार को गोड्डा अस्पताल से रेफर होकर यहां इलाज कराने पहुंचा था, लेकिन यहां डॉक्टरों ने उसे भर्ती तक नहीं किया. सिर्फ दवा का नाम लिखकर दवा बाहर से खरीद कर घर में ही रहने की हिदायत देकर अस्पताल से भगा दिया. जिसके बाद मरीज तीन दिनों तक ओपीडी के बाहर इसी हालत में पड़ा रहा इस उम्मीद में कि डॉक्टरों को अगर रहम आ गई तो शायद भर्ती कर लें, लेकिन डॉक्टरों को उस पर दया तक नहीं आई और दुत्कार के बाद परिजन हारकर मरीज को घर वापस ले आय.
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HIGHLIGHTS
- डॉक्टरों की लापरवाही के कारण अस्पताल के बाहर पड़ा रहा मरीज
- डॉक्टरों ने मरीज को भर्ती करने से कर दिया मना
- तीन दिनों तक अस्पताल के बाहर पड़ा रहा मरीज
Source : News State Bihar Jharkhand