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बिहार के 11 जिलों में बाढ़ का तांडव, 15 लाख लोगों का जीवन प्रभावित

दरभंगा जिले में सबसे अधिक 12 प्रखंडों के 131 पंचायतों की 536846 आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है. उसके हनुमाननगर प्रखंड के विशुनपुर गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने से लोग घुटने से लेकर कमर तक पानी में रहने को विवश हैं.

Updated on: 26 Jul 2020, 09:44 PM

पटना:

बिहार के 11 जिलों की 1495132 आबादी बाढ़ से प्रभावित है और 136464 लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया है. आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रदेश के 11 जिलों सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चंपारण, खगडिया एवं सारण जिले के 86 प्रखंडों के 625 पंचायतों की 1495132 आबादी बाढ़ से प्रभावित है. वहां निकाले गए 136464 लोग 14011 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं.

दरभंगा जिले में सबसे अधिक 12 प्रखंडों के 131 पंचायतों की 536846 आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है. उसके हनुमाननगर प्रखंड के विशुनपुर गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने से लोग घुटने से लेकर कमर तक पानी में रहने को विवश हैं. इसी प्रकार मब्बी गांव सहित उसके आसपास के सात-आठ गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने से वहां के लोग राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 57 पर शरण लिए हुए हैं . बिहार के बाढ़ प्रभावित इन जिलों में बचाव और राहत कार्य चलाए जाने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 25 टीमों की तैनाती की गयी है.

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एनडीआरएफ की 9वीं बटालियन के कमांडेंट विजय सिन्हा ने बताया कि बाढ़ प्रभावित पूर्वी चंपारण जिले के बंजरिया प्रखंड अंतर्गत गोबरी गाँव में एनडीआरएफ की एक बचाव नौका पर एक बच्ची का जन्म हुआ जिसे बाद में एक एंबुलेंस के जरिए स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया.

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वायु सेना के हेलीकॉप्टरों द्वारा आज भी बाढ़ प्रभावित जिलों में खाने के पैकेट गिराए गए. जल संसाधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बागमती नदी, बूढी गंडक, कमला बलान, लालबकिया, पुनपुन, अधवारा, खिरोई, महानंदा तथा घाघरा नदी विभिन्न स्थानों पर अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है . जल संसाधन विभाग के अनुसार सभी बाढ़ सुरक्षात्मक तटबंध सुरक्षित हैं.