/newsnation/media/post_attachments/images/2023/05/09/bhgalpur-news-86.jpg)
बचपन के प्यार को दिया नाम( Photo Credit : News State Bihar Jharkhand)
आपने इंस्टाग्राम रील्स पर पॉपुलर हुआ सॉन्ग 'बचपन का प्यार कभी भूल नहीं जाना रे' कई बार सुना होगा, लेकिन इस गाने को भागलपुर सबौर की रहने वाली मीनाक्षी और नीरज ने सच कर दिखाया है. नई नवेली दुल्हन बनी मीनाक्षी अपने पति नीरज के साथ सुरक्षा की गुहार लगाने एसएसपी कार्यालय पहुंच गई और एसएसपी से मिलकर आवेदन दिया. दरअसल, भागलपुर सबौर के भिट्ठी की रहने वाली मीनाक्षी और सबौर के ही नीरज दोनों बचपन से ही दोस्त थे और एक ही स्कूल में पढ़ते थे. स्कूल में पढ़ाई के दौरान दोनों अच्छे दोस्त बन गए और फिर एक ही कॉलेज से आगे की पढ़ाई पूरी की. इस दौरान दोनों की दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई. इसके बाद दोनों एक-दूसरे से मिलने लगे और साथ जीने मरने की कसमें खाई, लेकिन घरवालों को इसकी भनक लग गई.
यह भी पढ़ें- इस गांव के लोग दहशत में जीने को हैं मजबूर, तीन साल बाद भी प्रशासन की नहीं टूटी नींद
जैसे ही घरवालों को दोनों के प्रेम प्रसंग के बारे में पता चला, उन्होंने मीनाक्षी के बाहर जाने पर रोक लगा दी. इतना ही नहीं मीनाक्षी की पढ़ाई भी बंद कर दी और उसे घर में ही बंद कर के रखने लगे, लेकिन इससे मीनाक्षी और नीरज का प्यार कम नहीं हुआ. दोनों ने ठान लिया कि जीना है तो साथ ही, नहीं तो नहीं. प्रेमी संग जिंदगी बीताने के लिए 4 मई की रात मौका पाकर मीनाक्षी घर से भाग निकली. जिसके बाद नीरज के साथ गोनूधाम मंदिर पहुंची और दोनों ने शादी रचा ली. जब मीनाक्षी के परिवारवालों को इसकी जानकारी मिली, तो मीनाक्षी को फ़ोन कर धमकी देने लगे. इसके बाद दोनों एसएसपी आनंद कुमार के पास पहुंचे और सुरक्षा की गुहार लगाई. एसएसपी ने सबौर थानाध्यक्ष को पति-पत्नी के लिए सुरक्षा प्रदान करने की बात कही.
HIGHLIGHTS
- बचपन का प्यार रिश्ते में बदला
- घरवालों ने नहीं दिया साथ, भागकर कर ली शादी
- शादी के बाद एसएसपी से लगाई सुरक्षा की गुहार
Source : News State Bihar Jharkhand