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Twitter बाज बिहार पुलिस की नाकामी की कहानी है मासूम तुषार की हत्या

राज्य के सबसे हाईटेक पुलिस होने का दावा करने वाली पटना पुलिस को इन दिनों बदमाश खुली चुनौती दे रहे हैं. एक तरफ क्राइम कंट्रोल का दावा करने वाली बिहार पुलिस सूबे की राजधानी में ही लोगों को सुरक्षा का अहसास नहीं करा पा रही है.

Updated on: 20 Mar 2023, 04:31 PM

highlights

  • 16 मार्च को हुआ था तुषार का अपहरण
  • अपहरण के तुरंत बाद कर दी गई थी हत्या
  • हत्या करने के बाद भी हत्यारोपी मांग रहा था फिरौती
  • तीन दिन तक पुलिस ने तुषार को ढूढ़ना तक मुनासिब नहीं समझा

Patna:

वैसे तो बिहार की पुलिस स्मार्ट पुलिस होने का दावा करती है और आजकल तो ट्विटर पर भी कुछ ज्यादा ही सक्रिय हो चुकी है. आलम ये है कि छोटे-मोटे अपराधों का खुलासा करने पर बिहार पुलिस अपनी पीठ थपथपाने से नहीं पीछे हटती लेकिन जब बड़े मामलों की बात आती है तो यही बिहार पुलिस ट्विटर पर अंधी, गूंगी बहरी बन जाती है. खासकर राजधानी पटना की पुलिस का तो क्या ही कहना. राज्य के सबसे हाईटेक पुलिस होने का दावा करने वाली पटना पुलिस को इन दिनों बदमाश खुली चुनौती दे रहे हैं. एक तरफ क्राइम कंट्रोल का दावा करने वाली बिहार पुलिस सूबे की राजधानी में ही लोगों को सुरक्षा का अहसास नहीं करा पा रही है. आलम ये हो गए हैं कि राजधानी पटना में एक के बाद एक संगीन अपराध हो रहे हैं. ताजा मामले में तो एक मासूम की उसके ही पूर्व शिक्षक द्वारा अपहरण के बाद हत्या कर दी गई है. हत्यारोपी ने फिरौती की रकम मिलने का इंतजार तक नहीं किया. या फिर ये भी कहना सही होगा कि आरोपी ने मासूम की हत्या करने की पूरी स्क्रिप्ट पहले ही लिख रखी थी.

ये भी पढ़ें-बिहटा: किडनैपिंग के बाद छात्र की हत्या, जानें फिर क्यों मांगी फिरौती?

तुषार की अपहरण के बाद हत्या

बिहार की राजधानी पटना के बिहटा से 16 मार्च  गुरुवार को तुषार के अपहरण का मामला सामने आया था. छठी क्लास के तुषार का स्कूल संचालक मुकेश कुमार ने अपहरण कर लिया था. उसके बाद तुषार का शव ESI हॉस्पिटल के पीछे शव मिला. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए शनिवार को ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था. एसएसपी ने मामला का खुलासा करते हुए इस पूरे मामले में बताया कि, ''आरोपी ने अपहरण करने के 2 घंटे के अंदर ही छात्र तुषार की हत्या कर दी थी और सबूत मिटाने के लिए मासूम के शरीर को पेट्रोल डालकर जला भी दिया था पर जब हॉस्पिटल के पीछे छात्र का शव मिला उसकेबाद ही सारे मामले का खुलासा हुआ. 

40 लाख रुपए की मांगी थी फिरौती

कन्हौली के रहने वाले शिक्षक राजकिशोर पंडित का पुत्र तुषार गुरुवार की शाम करीब छह बजे अपने घर से निकला था. तुषार को उसके ही पूर्व शिक्षक ने वाट्सएप पर कॉल कर के मिलने के लिए बुलाया था. तुषार पहले  विवेकानंद कोचिंग में पढ़ाई करता था. आरोपी मुकेश कुमार वहीं पर शिक्षक था. आरोपी मिलने के बहाने बुलाकर छात्र को किडनैप कर लिया और उसी के ही मोबाइल से वॉइस मैसेज के जरिए परिजनों से 40 लाख रुपए फिरौती मांगी थी. परिजनों ने गुरुवार देर रात ही तुषार के अपहरण की शिकायत थाने में दर्ज कार्रवाई थी.

पुलिस ने किए ये खुलासे

-मुख्य अपराधी मुकेश कुमार ने एक स्कूल खोला था.
-स्कूल को कर्ज लेकर मुकेश द्वारा खोला गया था.
-कर्ज चुका पाने में असमर्थ रहने पर मुकेश कुमार ने खुनी साजिश रची.
-मुकेश ने तुषार के अपहरण किया.
-व्हाट्सएप कॉल करके 40 लाख की फिरौती मांगी.
-अपहरण करने के दो घंटे के अंदर मुकेश ने तुषार की कर डाली हत्या.
-मुकेश का प्लान था कि अपहरण के तुरंत बाद तुषार की हत्या कर देना है और फिरौती की रकम ले लेगा.
-हत्या करने के लिए आरोपी मुकेश ने सारे इंतजाम किए हुए थे.
-मुकेश के अलावा अबतक किसी और आरोपी का नाम नहीं आया है सामने.

तुषार की निर्मम हत्या

हत्यारोपी मुकेश ने पुलिस के समक्ष इस बात को स्वीकार किया कि उसने ही तुषार की हत्या की थी. पहले तो उसका गला दबाकर मुकेश द्वारा उसे मारने का प्रयास किया गया और बाद में चाकुओं से घोपकर तुषार की हत्या कर दी गई. तुषार की हत्या करके उसके शव को पेट्रोल छिड़ककर आग के हवाले कर दिया गया और हत्या करने के बाद भी मुकेश द्वारा परिजनों से 40 लाख रुपए की फिरौती मांगी जाती रही.

3 दिन सोती रही पटना पुलिस

16 मार्च 2023 को तुषार का अपहरण होता है और परिजन एफ.आई.आर. भी दर्ज करा देते हैं लेकिन पटना पुलिस एफ.आई.आर. दर्ज करने के बाद सो जाती है और तुषार के साथ अनहोनी होने का इंतजार करने लगती है. वैसे तो अनहोनी हो चुकी रहती है लेकिन पुलिस को अनहोनी होने का खुलासा करने में 3 दिन लग जाते हैं. ऐसे में एक बार फिर से सवाल उठता है कि क्या इसी को स्मार्ट पुलिसिंग कहा जाता है? सारे संसाधनों से लैस पटना पुलिस जब एक सिविलियन अपराधी को ढूंढने में तीन-तीन दिन लगा देती है तो आतंकी व शातिर बदमाशों को किस कदर ढूंढती होगी. उसे कितनी कामयाबी मिलती होगी ये सारे सवाल पटना पुलिस के लिए सिरदर्द से कम नहीं है. साथ ही पटना पुलिस के ढुलमुल रवैये ने आम लोगों को यही बताया है कि अपनी सुरक्षा स्वयं करें, हमारे बस का कुछ नहीं है.