जिया हो बिहार के लाला...: जो बाइडेन का राजघाट पर अगवानी करने वाले IFS अफसर अविनाश सिंह के बारे में जानिए सबकुछ
अमेरिकी राष्ट्रपति राजघाट पहुंचे थे और उन्हें यहां रिसीव किया था बिहार के लाल व IFS अफसर अविनाश सिंह ने. IFS अविनाश सिंह मूलरूप से बिहार के कैमूर जिले के महुवर गांव के रहनेवाले हैं और 2012 बैच के IFS अफसर हैं.
highlights
- जो बाइडेन को राजघाट पर अविनाश सिंह ने किया रिसीव
- 2012 बैच के IFS अफसर हैं अविनाश सिंह
- बतौर IFS पाकिस्तान और फ्रांस में देश के लिए दे चुके हैं सेवा
- बिहार के कैमूर जिले के रहनेवाले हैं IFS अविनाश सिंह
New Delhi:
जी 20 समिट में शिरकत करने भारत आए सभी अतिथियों की सभी तस्वीरें कुछ ना कुछ कह रही हैं. ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक अक्षरधाम मंदिर पहुंचते हैं और पीएम मोदी द्वारा सभी अतिथियों का राष्ट्रपति के साथ गर्मजोशी से स्वागात करने तक की तस्वीरें इतिहास में लिख दी गई हैं. इन सबके बीच एक तस्वीर ऐसी भी है जो बिहार को गौरवान्वित कर रही है. दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति राजघाट पहुंचे थे और उन्हें यहां रिसीव किया था बिहार के लाल व IFS अफसर अविनाश सिंह ने. अविनाश सिंह मूलरूप से बिहार के कैमूर जिले के महुवर गांव के रहनेवाले हैं और 2012 बैच के IFS अफसर हैं. बता दें कि IFS अफसर देश के सबसे टॉप ब्यूरोक्रेट होते हैं. IFS के बाद IAS, IPS व अन्य अफसर आते हैं.
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उपर दिख रही तस्वीर में जो शख्स बाइडेन का दिख रहा है वो हैं IFS अफसर अविनाश सिंह. अविनाश सिंह शुरू से ही प्रतिभावान थे और पढ़ाई में अव्वल थे. उनके पिता एक कॉलेज में प्रिंसिपल हुआ करते थे जिनका अब देहांत हो चुका है. अविनास सिंह की मां गृहणी हैं. अविनाश सिंह ने इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, लखनऊ से इंजीनियरिंग की शिक्षा ली और उसके बाद टाटा कंसलटेंसी सर्विस में भी काम किया. काम करने के साथ साथ अविनाश सिंह सिविल सर्विस की भी तैयारी करते रहे और उन्हें सफलता मिली तथा देश के सबसे टॉप ब्यूरोक्रेट विंग में अफसर बन गए.
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साल 2012 के सिविल सर्विसेज के एग्जाम में अविनाश सिंह ने All India Ranking में 132वीं रैंकिंग पाई थी. अविनाश सिंह IFS अफसर के रूप में फ्रांस और पाकिस्तान में भी भारत के लिए सेवा दे चुके हैं. फिलहाल वो डिप्टी चीफ प्रोटोकॉल (DCP) अफसर हैं. बता दें कि IFS अफसर अधिकतर विदेशी मामलों में पदस्थ किए जाते हैं. IFS अफसर ही राजनायिक के तौर पर विदेशों में पदास्थपित किए जाते हैं जिनके ऊपर उस देश में भारत के निवासियों की सारी जिम्मेदारी होती है.
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