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लोजपा के बिहार सरकार पर हमले तेज, नीतीश से समर्थन वापसी पर क्या लिया फैसला जानें

लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने शनिवार को बिहार में नीतीश कुमार सरकार के खिलाफ अपने रुख में सख्ती दिखाई, लेकिन उन्होंने समर्थन वापसी की कोई घोषणा नहीं की.

Updated on: 16 Aug 2020, 07:22 AM

पटना:

लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने शनिवार को बिहार में नीतीश कुमार सरकार के खिलाफ अपने रुख में सख्ती दिखाई, लेकिन उन्होंने समर्थन वापसी की कोई घोषणा नहीं की. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पार्टी के राज्य मुख्यालय में ध्वजारोहण के बाद पासवान ने हालांकि संकेत दिया कि निकट भविष्य में समर्थन वापस लेने संबंधी किसी कदम की संभावना है क्योंकि वह लोजपा संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाने की योजना बना रहे हैं.

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हालांकि, उन्होंने तत्काल समर्थन वापसी की घोषणा नहीं की. पार्टी के सूत्रों ने कहा कि चिराग ने अपने भाषण में भाजपा नीत एनडीए से अलग होने की अटकलों को खारिज किया और जोर दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति लोजपा की निष्ठा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जद (यू) की तुलना में ''गहरी'' है.

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भ्रष्टाचार, कानून एवं व्यवस्था, आर्थिक विकास और कोविड-19 महामारी से निपटने के मुद्दों पर बिहार सरकार पर अपने हमलों का बचाव करते हुए लोजपा अध्यक्ष ने कहा कि 15 साल बनाम 15 साल के आधार पर लगातार चौथे कार्यकाल के लिए फिर से चुनाव लड़ने की कुमार की कोशिश में ''गहरा दोष'' है.