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बगहा में शराबबंदी की फिर खुली पोल, संदिग्ध परिस्थिति में एक व्यक्ति की मौत

बगहा से एक बार फिर जहरीली शराब से मौत का मामला सामने आया है. परिजनों का कहना है कि शराब पिने के बाद ही उसकी तबियत खराब हुई थी और फिर उसकी मौत हो गई. पश्चिम चंपारण जिले के बगहा में संदिग्ध परिस्थितियों में एक व्यक्ति की मौत हो गई है.

Updated on: 30 Dec 2022, 11:02 AM

highlights

  • संदिग्ध परिस्थितियों में एक व्यक्ति की मौत 
  • मृतक के परिजनों का दावा शराब पीने से हुई मौत 
  • व्यक्ति की मौत के बाद गांव में मचा कोहराम 

 

 

Bagaha:

छपरा जहरीली शराब कांड अभी शांत भी नहीं हुआ था कि बगहा से एक बार फिर जहरीली शराब से मौत का मामला सामने आया है. परिजनों का कहना है कि शराब पिने के बाद ही उसकी तबियत खराब हुई थी और फिर उसकी मौत हो गई. पश्चिम चंपारण जिले के बगहा में संदिग्ध परिस्थितियों में एक व्यक्ति की मौत हो गई है. मृतक के परिजनों का दावा है कि शराब पीने से ही उसकी मौत हुई है. वहीं, परिजन गांव में ही शराब बनने और बेचने का खुलासा भी कर रहे हैं . 

बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है बावजूद इसके गांव के लोग पुलिस प्रशासन की जानकारी में यहां शराब का कारोबार करने का आरोप लगा रहे हैं. इतना ही नहीं शव के साथ परिजनों ने हंगामा करते हुए जानलेवा शराब के कारोबार पर रोक थाम और कार्रवाई की मांग भी की है. घटना लौकरिया थाना क्षेत्र के पीपरा धिरौली वार्ड नम्बर 15 की है. जहां बुधवार कि शाम खेत से काम कर लौट रहे मजदूर हीरालाल राम की शराब पीने की जानकारी मिली है. व्यक्ति की शराब पीने से मौत के बाद इस गांव में कोहराम मच गया है. वहीं, मृतक के परिजनों के आलावा गांव के अन्य लोग, वार्ड सदस्य व पंच के साथ साथ वार्ड सचिव भी इस बात का दावा कर रहे हैं कि पुलिस प्रशासन की जानकारी में यहां लंबे समय से शराब बनती आ रही है और लोग शराब पीते हैं.

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मृतक हीरालाल राम जिसकी उम्र करीब 45 वर्ष थी. बताया जा रहा है कि बीती शाम इसी गांव धांगड़ टोली में उसने शराब पी थी. जिसके बाद उसकी तबियत बिगड़ने लगी तो देर रात परिजनों ने पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां स्थिति बेकाबू होते देख लोग उसे लेकर सदर अस्पताल जा रहे थे इसी क्रम में रास्ते में ही हीरालाल राम कि मौत हो गई . इस घटना के बाद मृतक के परिजनों समेत ग्रामीणों में सरकार व प्रशासन की कार्रवाई को लेकर आक्रोश है. लोग ये मांग कर रहे हैं कि अगर बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है तो फिर इसे पूरी तरह काबू में किया जाए वरना शराब को मानक तय कर खोल दिया जाए ताकि फिर कोई दूसरा ग्रामीण ऐसी जहरीली शराब पीने से बेमौत ना मरे. फिलहाल मृतक के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद ही पता चल सकेगा कि हीरालाल राम के मौत की वजह क्या है. 

रिपोर्ट - राकेश कुमार सोनी