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शशांक ने अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया( Photo Credit : News State Bihar Jharkhand)
कैमूर जिले के रामगढ़ प्रखंड क्षेत्र के डरवन गांव के रहने वाले होनहार शशांक ने अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया है. शशांक विकेट कीपिंग और बल्लेबाजी के तौर पर बिहार में डंका बजा अपने प्रतिभा का लोहा मनवाया है, जहां सीके नायडू ट्रॉफी के तीसरे मैच के लिए उनका चयन कर लिया गया है. रविवार, 15 जनवरी को पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में चंडीगढ़ टीम के खिलाफ अपने खेल का प्रदर्शन दिखाएंगे. शशांक का साल 2019 में अंडर-19 विनू मांकड ट्रॉफी में भी बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज का चयन हुआ था, जहां उसने अपने खेल का डंका बजाया था. उसको देखते हुए सीके नायडू ट्रॉफी के लिए विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर चयन किया गया है. साल 2019 में शशांक का चयन अंदर-19 में हुआ था.
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पिता बनाना चाहते थे डॉक्टर, बन गए क्रिकेटर
शशांक एक भाई-बहन हैं, जहां बहन डॉक्टर हैं और पिता हमीरपुर में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं. शशांक को भी पिता डॉ बनाना चाहते थे, लेकिन उन्होंने उसको दरकिनार कर क्रिकेट का रास्ता चुना. शशांक के चाचा भी रामगढ़ में चिकित्सक हैं. शशांक के दादा रामनिवास उपाध्याय बताते हैं. शशांक का चयन क्रिकेट में होने के बाद हम लोग काफी खुश हैं. इस बात को सुन बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है.
चंडीगढ़ में रविवार को शशांक का मैच
शशांक की दादी शारदा देवी बताती हैं कि शशांक ने फोन करके बताया था मेरा चयन क्रिकेट में हो गया है. आज उसका मैच भी है, हम लोग काफी खुश हैं. पढ़ाई के लिए दिल्ली में एडमिशन कराया गया, लेकिन उसका मन नहीं लगा. उसका मन क्रिकेट खेलने में लगा. वहीं शशांक के चाचा डॉक्टर एम के उपाध्याय ने बताया कि इसका बचपन से ही क्रिकेट में रुझान था. कैमूर से मैट्रिक पास किया और इंटर की पढ़ाई की. उसके बाद वह खेल की तरफ जाने लगा. हमीरपुर में शशांक के पिता संजय उपाध्याय इंस्पेक्टर हैं.
HIGHLIGHTS
- शशांक ने राज्य का नाम किया रोशन
- सीके नायडू ट्रॉफी में हुआ चयन
- चंडीगढ़ के खिलाफ खेलेंगे मैच
Source : News State Bihar Jharkhand