टिकट समझौते को लेकर महागठबंधन में जारी है कलह, जानें क्यों JMM ने छोड़ा साथ

बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन में दरार और गहरी हो गई है. झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने गठबंधन से अलग होने का ऐलान कर दिया है. BJP ने इसे कांग्रेस और RJD नेताओं के अहंकार का नतीजा बताया.

बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन में दरार और गहरी हो गई है. झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने गठबंधन से अलग होने का ऐलान कर दिया है. BJP ने इसे कांग्रेस और RJD नेताओं के अहंकार का नतीजा बताया.

author-image
Ravi Prashant
New Update
bihar election 2025 (6)

बिहार इलेक्शन 2025 Photograph: (ANI)

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले विपक्षी महागठबंधन में एक बार फिर बड़ी टूट देखने को मिली रही है. झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने गठबंधन से अलग होकर अपने दम पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. इस फैसले ने विपक्ष के भीतर मचे सीट बंटवारे के झगड़े को और उजागर कर दिया है. 

Advertisment

BJP ने कसा तंज

BJP आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर विपक्ष पर तीखा हमला बोला. उन्होंने लिखा कि JMM ने बिहार में अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है और कहा है कि वह अब महागठबंधन का हिस्सा नहीं है. यही नहीं, पार्टी ने झारखंड में भी गठबंधन की समीक्षा की बात कही है. राहुल और तेजस्वी का अहंकार ही इस टूट की वजह है. बिहार बच गया.

BJP इसे विपक्षी एकता की नाकामी और नेतृत्व की असफलता बता रही है. पार्टी का कहना है कि महागठबंधन अब लठबंधन बन चुका है यानी भ्रम और झगड़ों का गठजोड़. 

सीट बंटवारे में घमासान

JMM की नाराजगी दरअसल सीट बंटवारे पर असहमति से जुड़ी है.पार्टी को अपनी उम्मीद के मुताबिक सीटें नहीं मिलीं, जिसके बाद उसने स्वतंत्र रूप से कुछ सीटों पर उतरने का फैसला लिया. महागठबंधन में सबसे बड़ी खींचतान RJD और कांग्रेस के बीच है. RJD कांग्रेस को सिर्फ 58 सीटें देना चाहती है, जबकि कांग्रेस 60 से ज्यादा, ideally 65 सीटें मांग रही है. 2020 के चुनाव में कांग्रेस ने 70 में से सिर्फ 19 सीटें जीती थीं, जिससे RJD इस बार उसकी मांगों पर झुकने को तैयार नहीं है. 

वाम दल और VIP भी नाराज

वाम दलों में शामिल भाकपा (माले) भी अपने प्रदर्शन के अनुपात में अधिक सीटें चाह रही है, जबकि मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (VIP) को केवल करीब 12 सीटें मिलने की खबर है, जिससे उसकी नाराजगी बढ़ गई है. इसी बीच कई सीटों पर महागठबंधन के ही उम्मीदवार आपस में भिड़ गए हैं. बछवारा और राजापाकर जैसे इलाकों में RJD और कांग्रेस दोनों ने उम्मीदवार उतार दिए, जिससे अंदरूनी कलह साफ दिखने लगी है. नेता इसे “टेक्निकल ओवरलैप” बता रहे हैं, लेकिन ज़मीनी स्तर पर यह गठबंधन की एकजुटता पर सवाल खड़े कर रहा है. 

NDA का फायदा

इसके उलट BJP-जेडीयू गठबंधन ने पहले ही सीट बंटवारा फाइनल कर लिया है. दोनों को 101-101 सीटें मिली हैं, जबकि लोजपा (राम विलास), RLSP और HAM को भी बराबरी से समायोजित किया गया है. NDA अब इस एकजुटता को अपनी “ताकत” और विपक्ष की टूट को “सबसे बड़ा हथियार” बनाकर प्रचार में इस्तेमाल कर रहा है. 

ये भी पढ़ें- Bihar Election 2025: बिहार में महागठबंधन से अलग हुई JMM, छह सीटों पर अपने दम पर पार्टी लड़ेगी चुनाव

Jmm Alliance JMM congress RJD Bihar Elections 2025 Bihar Election 2025
Advertisment