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जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री पर कसा तंज, जमकर निकाली भड़ास

जीतन राम मांझी ने कहा की तपोवन को पर्यटक हब बनाना चाहिए था पर्यटक की यह राजधानी है और इन क्षेत्रों का विकास नहीं होना इन क्षेत्रों के लिए अन्याय हो रहा है. उन्होंने कहा कि हम अपना दुख कह रहे है किसी की शिकायत नहीं कर रहे है.

Updated on: 15 Jan 2023, 11:43 AM

highlights

  • तपोवन को पर्यटक हब बनाना चाहिए था - जीतन राम मांझी
  • मुझे सीएम रहने का मौका मिलता तो तपोवन ऐसा नहीं होता -  जीतन राम मांझी
  • तपोवन को पर्यटक हब के रूप में बनाने की मांग जीतन राम मांझी ने की

Gaya:

मकर संक्रांति को लेकर हर साल गया जिले के मोहड़ा प्रखंड में तपोवन महोत्सव मनाया जाता है. तपोवन महोत्सव का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी व गया जिला प्रभारी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी ने किया. वहीं, तपोवन महोत्सव में रंगारंग कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जिसमें देश की मशहूर गायिका कविता पौडवाल ने समा बांधा लेकिन इसी बीच जीतन राम मांझी ने सीएम नीतीश कुमार पर एक ऐसा बयान दे दिया जिसने राजनीति को गर्म कर दिया है. 

तपोवन को पर्यटक हब चाहिए था बनना 

जीतन राम मांझी ने कहा की तपोवन को पर्यटक हब बनाना चाहिए था पर्यटक की यह राजधानी है और इन क्षेत्रों का विकास नहीं होना इन क्षेत्रों के लिए अन्याय हो रहा है. उन्होंने कहा कि हम अपना दुख कह रहे है किसी की शिकायत नहीं कर रहे है. उन्होंने कहा कि राजगीर राजा का घर था और यह तपोवन है, जिसका महत्व काफी है. अगर कुछ दिन और मुझे सीएम रहने का मौका मिलता तो तपोवन आज ऐसा नहीं होता. मुख्यमंत्री हमे बनाया गया था अच्छा काम किया था हमे नाम उससे ही मिला है. उम्र में नीतीश कुमार से 5 साल बड़ा होने के नाते एक सलाह और परामर्श देते हैं कि आप 18 साल तक सीएम रहे है और आशीर्वाद देते है कि 5 साल और सीएम रहे लेकिन यह सब काम करा दीजिए तो हम आपके साथ है और साथ देंगे. तपोवन को पर्यटक हब के रूप में बनाने की मांग उन्होंने सीएम नीतीश कुमार से की है.

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भूख लगेगी तो बोलेंगे ही 

उन्होंने कहा कि गहलौर, कुरकिहार और तपोवन सब एक पर्यटक हब के राजधानी के रूप में रहता अगर इसे बनाया गया होता तो यह राजगीर से कम नहीं रहता. जीतन राम मांझी ने कहा कि हम तो गठबंधन में हैं लोग ऐसे हीं हम पर गुस्सा रहते है. सब कहते है कि जीतन राम मांझी कुछ भी बोलते रहते हैं. जब हम यहां के रहने वाले हैं भूख लगेगी तो बोलेंगे हीं, काम नहीं हुआ तो मेरा ससुराल भी यहीं है और घर भी दोनों जगह के लोग मुझे ही गाली देंगे.

रिपोर्ट - अजित सिंह