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मांझी ने उठाए तेजस्वी यादव की राजनीतिक समझ पर सवाल, गरमाई सियासत

पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा में चल रहे बजट सत्र को छोड़कर बिहार के जिलों में जन विश्वास यात्रा पर हैं और इस दौरान वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए सरकार पर जमकर हमला भी बोल रहे हैं.

Updated on: 22 Feb 2024, 05:55 PM

highlights

  • मांझी ने उठाए तेजस्वी की राजनीतिक समझ पर सवाल
  • 'समय पर चुनाव कराया जाएगा' - मांझी का दावा
  • केके पाठक को हैं ईमानदार अधिकारी - मांझी

 

 

Patna:

Bihar Politics News: बिहार की नीतीश सरकार ने 12 फरवरी को बजट सत्र के पहले दिन विश्वास मत जीतकर विपक्ष को करारा जवाब दिया और बिहार में अपनी सरकार बनाई. इसके साथ ही बिहार के सीएम नीतीश कुमार के हालिया पलटवार के बाद प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप चरम पर है. इस बीच पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा में चल रहे बजट सत्र को छोड़कर बिहार के जिलों में जन विश्वास यात्रा पर हैं और इस दौरान वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए सरकार पर जमकर हमला भी बोल रहे हैं. वहीं, इसको लेकर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने गुरुवार को तेजस्वी यादव पर जमकर हमला बोला. 

आपको बता दें कि जीतन राम मांझी ने कहा है कि, ''या तो तेजस्वी यादव को कोई राजनीतिक ज्ञान नहीं है या अत्यधिक अभिमान हो गया है. वह कैसी राजनीति करते हैं कि, अभी विधानसभा सत्र चल रहा है, उनको सदन में सरकार के समक्ष जनता के मुद्दे को उठाना चाहिए था और सदन में बोलना चाहिए था तो वह सदन में ना बोल करके बाहर जाकर बोल रहे हैं और इतनी घटिया बात बोल रहे हैं कि मुझे आश्चर्य होता है.''  आगे मांझी ने कहा कि, ''वह कह रहे है कि 17 महीने में हमने नौकरी दी है, लगता है कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं थे वो ही मुख्यमंत्री थे. किसी भी मंत्रिमंडल में कोई काम का योगदान मुख्यमंत्री का होता है ना कि मंत्री का.''

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'समय पर चुनाव कराया जाएगा' - मांझी

आपको बता दें कि तेजस्वी यादव के विधानसभा भंग होने वाले बयान को लेकर आगे मांझी ने कहा कि, ''तेजस्वी यादव अब सरकार से बाहर निकल गए हैं तो कुछ भी बोल सकते हैं. नीतीश कुमार ने साफ तौर पर कहा है कि, किसी परिस्थिति में मध्यावधि चुनाव के लिए हम लोग तैयार नहीं हैं. समय पर चुनाव कराया जाएगा. वह जब बाहर निकल गए हैं और ऐसे जनता के बीच में जाते हैं, जहां लोग सिर्फ उनकी बात ही समझने की कोशिश करते हैं और उसी को वह समझते हैं जो असवैधानिक होता. यह पूरी तरह गलत बात है. नीतीश कुमार का साफ इशारा है कि ठीक समय पर चुनाव होगा.''

वहीं आपको बता दें कि जीतन राम मांझी ने आगे कहा कि, ''हम और हमारी पार्टी एक देश एक चुनाव पर कायम हैं. हम भी चाहते हैं कि ऐसा होना चाहिए, लेकिन यह अभी की बात नहीं है, आने वाले समय में कभी होगा, अभी यह सब नहीं होने वाला है.''

केके पाठक को कहा ईमानदार अधिकारी 

वहीं आपको बता दें कि मीडिया से बातचीत के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी केके पाठक से जुड़े सवाल पर नरम दिखे. मांझी ने कहा कि, ''वह बहुत ईमानदार अधिकारी हैं, लेकिन मुख्यमंत्री ने सदन में कह दिया है तो 10 बजे से 4 बजे तक ही स्कूल होगा. यह अलग बात है कि केके पाठक के संज्ञान में यह बात नहीं आई होगी. यह कोई बड़ी बात नहीं है. बैठकर समझा दिया जाएगा और जो मुख्यमंत्री ने कहा है वही बातें होंगी. केके पाठक सरकार से अलग जाने वाले नहीं हैं.''

इसके साथ ही आपको बता दें कि आगे तेजस्वी पर माय ही नहीं बाप की पार्टी वाले बयान पर कर चुटकी लेते हुए कहा कि, ''वह कुछ दिन में बहन और बहनोई की भी पार्टी कहेंगे और कुछ दिन के बाद भाई और भौजाई की भी पार्टी कहेंगे तो जिनका ठौर-ठिकाना नहीं है, उनकी बात का तवज्जो क्या देना है?''