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राजद कार्यालय आए जगदानंद सिंह, आकाश को हटाकर गगन को बनाया छात्र राजद का अध्यक्ष

जगदानंद सिंह के इस कदम से स्पष्ट हो गया कि पार्टी को वो अपने हिसाब से संचालित करेंगे. लालू-राबड़ी के अलावा अन्य किसी का हस्तक्षेप उन्हें बर्दाश्त नहीं होगा.

Updated on: 19 Aug 2021, 06:59 PM

highlights

  • रूठे जगदानंद सिंह आए पार्टी कार्यालय
  • गगन कुमार बने छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष
  • तेजप्रताप ने जगदानंद सिंह की तुलना ‘हिटलर’ से की थी

नई दिल्ली:

लालू प्रसाद यादव की रणनीति काम कर गयी. पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की नाराजगी दूर हो गयी. पिछले दस दिनों से 'कोपभवन' में  बैठे जगदानंद सिंह बुधवार को पार्टी कार्यालय आये. कार्यालय पहुंचते ही सबसे पहले उन्होंने छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव को हटा दिया. आकाश यादव तेज प्रताप यादव के करीबी माने जाते हैं. छात्र राजद की कमान पाने वाले गगन कुमार पटना लॉ कॉलेज के छात्र हैं. दरअसल, प्रदेश राजद के कार्यक्रम में तेज प्रताप ने जगदानंद सिंह को 'हिटलर' कहा था.

जगदानंद सिंह के इस कदम से स्पष्ट हो गया कि पार्टी को वो अपने हिसाब से संचालित करेंगे. लालू-राबड़ी के अलावा अन्य किसी का हस्तक्षेप उन्हें बर्दाश्त नहीं होगा.आकाश को हटाए जाने को तेजप्रताप का कद कम करने के रूप में भी देखा जा रहा है.

दरअसल जगदानंद सिंह छात्र राजद के कार्यक्रम में तेजप्रताप यादव की ओर से दिए गए बयान से ही नाराज थे. छात्र राजद की ओर से लगाए गए पोस्टर में जगदानंद की कौन कहे, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को भी बाहर कर दिया गया था. जबकि, तेजप्रताप की बड़ी सी तस्वीर थी. 

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कार्यक्रम में आए तेजप्रताप ने जगदानंद सिंह की तुलना ‘हिटलर’ से कर दी. इसके बाद जगदानंद इस कदर नाराज हो गए कि स्वतंत्रता दिवस समारोह में पार्टी कार्यालय में झंडोत्तोलन करने भी नहीं आए. उनकी जगह तेजस्वी यादव को झंडोत्तोलन करना पड़ा. पार्टी सूत्रों के अनुसार रूठे जगदानंद को मनाने की कार्रवाई लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव के स्तर पर लगातार चल रही थी. 

अंतत: लालू प्रसाद ने जगदानंद को मनाया. लेकिन, जगदानंद ने छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष रहे आकाश यादव को हटाकर गगन कुमार को जिम्मेवारी सौंपकर संदेश दिया कि अगर पार्टी को चलाना है तो सब को उनकी सुननी पड़ेगी. कार्यालय आते ही जगदानंद ने पार्टी नेताओं के साथ अनौपचारिक बैठक की. बाद में झारखंड से आए नेताओं की तेजस्वी के साथ हुई बैठक में भी जगदानंद शामिल हुए.

राजद में लंबे समय से लालू-राबड़ी राज के खात्मे की बात हो रही है. पार्टी में तेज प्रताप और तेजस्वी यादव की चलती है. तेज प्रताप समय-समय पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को अपमानित करने वाला बयान देते रहते हैं. इसके पहले रघुवंश प्रसाद सिंह, रामचंद्र पूर्वे जैसे वरिष्ठ नेता तेजप्रताप के बयानों से आहत होकर पार्टी का दामन छोड़ चुके हैं.