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अजब बिहार-गजब बिहार... 3 दिन के बच्चे ने पास की 8वीं क्लास

ट्रांसफर सर्टिफिकेट के मुताबिक छात्र का जन्म 20 मार्च 2007 को हुआ था और उसने 23 मार्च 2007 को परीक्षा पास कर ली थी

Updated on: 09 Apr 2021, 12:02 PM

highlights

  • टीसी में जन्म तिथि और 8वीं पास करने की तारीख में तीन दिन का अंतर
  • मुजफ्फरपुर के मीनापुर के एक माध्यमिक विद्यालय का गजब कारनामा
  • टीसी ठीक कराने पहुचे छात्र और उसके पिता को धमका कर भगाया

मुजफ्फरपुर:

बिहार (Bihar) के एक स्कूल ने ऐसा ट्रांसफर सर्टिफिकेट जारी किया है, जिसके मुताबिक 3 दिन के बच्चे ने 8वीं कक्षा पास की है. ट्रांसफर सर्टिफिकेट के मुताबिक छात्र का जन्म 20 मार्च 2007 को हुआ था और उसने 23 मार्च 2007 को परीक्षा पास कर ली थी.  यह मामला मुजफ्फरपुर के मीनापुर के एक माध्यमिक विद्यालय का है, जहां एक आठवीं के छात्र प्रिंस कुमार को टीसी (TC) दिया गया जिसमें छात्र की जन्म तिथि 20 मार्च 2007 बताई गई है और स्कूल ने उसे 23 मार्च 2007 का ही आठवीं पास का टीसी दे दिया है. स्कूल की इस गलती के बाद छात्र के परिजनों के होश उड़ गए.

बच्चे की जुबानी पढ़ें किस्सा
जिस छात्र प्रिंस कुमार को यह सर्टिफिकेट जारी किया गया है, उसने मीडिया को बताया, 'मैंने मुजफ्फरपुर के गोसाईदास तेनगारी सरकारी स्कूल से 23 मार्च 2007 को कक्षा 8 पास की. वहीं स्कूल ने टीसी में मेरी जन्मतिथि 20 मार्च 2007 लिख दी है. दिलचस्प बात यह है कि स्कूल की प्रिंसिपल ने यह गलती देखे बिना उस पर हस्ताक्षर भी कर दिए. जब मैं इस मामले को लेकर स्कूल गया और प्रिंसिपल से मिलने की कोशिश की तो स्कूल वालों ने मुझे स्कूल से बाहर निकाल दिया. इसके बाद मेरे पिता ने जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) से संपर्क किया और उन्होंने इसमें लिपिकीय गलती होने की बात स्वीकार की.'

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पिता का नाम भी गलत लिखा
प्रिंस के पिता नवल किशोर रंजन ने बताया कि सर्टिफिकेट में उनका नाम भी गलत है. उनका नाम नवल किशोर रंजन की जगह नवल किशोर प्रसाद कर दिया है. स्कूल की गलती की सजा अब छात्र भुगत रहा है. छात्र और उसके अभिभावक परेशान हैं, क्योंकि उन्हें नौवीं में एडमिशन लेने में दिक्कत आ रही है. सीतामढ़ी के रहने वाले प्रिंस कुमार को अब एडमिशन नहीं मिल रहा है. छात्र और अभिभावक परेशान हैं कि यह कैसे सुधरेगा. इस मामले पर जिला शिक्षा अधिकारी अब्दुस सलाम अंसारी ने छात्र के सर्टिफिकेट में हुई गलती को लापरवाही मानने से इनकार कर दिया है. उनका कहना है कि यह स्लिप ऑफ पेन है, इसे तूल देने की जरूरत नहीं. गलती को सुधार दिया जाएगा और छात्र का एडमिशन भी होगा.

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पहले भी हुए ऐसे कारनामे
मुजफ्फरपुर डीईओ ने कहा, 'यह एक लिपिकीय गलती थी और हम इसे जल्द ही ठीक कर देंगे. हमने स्कूल प्रशासन के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी है.' इससे पहले भी ऐसी ही एक गलती में मुजफ्फरपुर के भीम राव अंबेडकर विश्वविद्यालय ने बीपी द्वितीय वर्ष के छात्र के एडमिट कार्ड में पिता का नाम इमरान हाशमी और मां का नाम सनी लियोनी लिख दिया था.