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पति निकला बेवफा पहले से था शादी शुदा, फिर भी रचाई दूसरी शादी

मोतिहारी में बेवफा पति ने अपनी पत्नी और बच्ची को अकेला छोड़ दिया. युवक पहले से शादी शुदा था, लेकिन फिर भी उसने दूसरी शादी की, जिसकी भनक तक किसी को नहीं लगने दी. शादी के कुछ महीने बाद नेहा का पति कोलकाता गया था और वो घर वापिस ही नहीं लौटा.

Updated on: 03 Aug 2022, 01:05 PM

Motihari:

मोतिहारी में बेवफा पति ने अपनी पत्नी और बच्ची को अकेला छोड़ दिया. युवक पहले से शादी शुदा था, लेकिन फिर भी उसने दूसरी शादी की, जिसकी भनक तक किसी को नहीं लगने दी. शादी के कुछ महीने बाद नेहा का पति कोलकाता गया था और वो घर वापिस ही नहीं लौटा. इसी बीच नेहा ने एक बच्ची को भी जन्म दे दिया. जब परिवार वालों ने छानबीन की तो जानकारी मिली कि युवक पहले से शादी शुदा था और उसकी एक 6 साल की बेटी भी है. 

पिता ने अपनी एकलौती बेटी की धूमधाम से की थी शादी 

दरअसल, पूरा मामला मोतिहारी के घोड़ासहन का है, जहां सुरेंद्र प्रसाद ने अपनी एकलौती बेटी नेहा की शादी साल 2020 में पहाड़पुर थाना क्षेत्र के सकलदीपि टोला में रामा प्रसाद के पुत्र चंदन कुमार से की थी, जोकि कोलकाता के एक चॉकलेट कंपनी में एरिया मैनेजर का काम करता है. पिता ने बड़े ही धूमधाम से अपनी बेटी की शादी की और लड़के वालों द्वारा मांगी गई रकम और दहेज दान भी दिया, ताकि उसकी बेटी सुखी जीवन जी सके. उन्हें इस बात की भनक तक नहीं लगी के चंदन कुमार उन्हें धोखा दे रहा है. 

पति पहले से था शादी शुदा 

शादी के कुछ महीने बाद जब नेहा का पति कोलकाता गया, जिसके बाद वो घर वापस आया ही नहीं और इसी बीच नेहा ने एक बच्ची को भी जन्म दिया. जब बार-बार फोन करने पर भी उसका पति घर आने को राजी नहीं हुआ तो उसने अपनी आपबीती अपने मायके वालों को बताई. जब परिवार वालों ने इसकी तहकीकात की तो पता चला कि उसका दामाद पहले से ही शादी शुदा है और उसकी एक छह साल की बेटी भी है. चंदन कुमार ने छह साल पहले ही एक मुस्लिम लड़की से प्रेम विवाह कर लिया था. जिसके साथ वो कोलकत्ता में रह रहा था. लड़की वालों को जब इसकी खबर लगी तो उन्होंने काफी कोशिश की कि उनका दामाद घर वापस लौट आए, लेकिन ससुराल पक्ष ने उसका साथ नहीं दिया और उसे वहां से भगा दिया.

पीड़ित लड़की और पिता दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर 

नेहा ने पहाड़पुर थाने में पति और उसके परिजनों पर मुकदमा दर्ज करवा दिया है, लेकिन यहां भी उनकी सुनवाई नहीं हुई. उनका कहना है कि लड़के वालों ने स्थानीय थाने को रुपये और अपने पैरवी के बल पर केस मैनेज कर रखा है. बार-बार मिन्नते करने के बाद भी जब थाना ने उनकी नहीं सुनी गई तो पीड़ित लड़की और उसके पिता ने मोतिहारी एसपी से न्याय की मांग की, लेकिन इन सभी चीजों में आठ माह से अधिक बीत जाने के बाद भी अब तक पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की गई है और पीड़ित लड़की और उसके पिता आज भी दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर हैं.