Bihar News: पूर्णिया में मानवता हुई शर्मसार, अस्पताल ने नवजात के शव को बोरे में फेंका

प्रसव पीड़ा होने के बाद महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां महिला और नवजात दोनों की ही मौत हो गई. जिसके बाद पति अपनी पत्नी को लेकर घर चला गया और जब नवजात बच्चे को लेने आया तो अस्पताल के तरफ से ये कहा गया कि बच्चे के शव को फेंक दिया गया है.

प्रसव पीड़ा होने के बाद महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां महिला और नवजात दोनों की ही मौत हो गई. जिसके बाद पति अपनी पत्नी को लेकर घर चला गया और जब नवजात बच्चे को लेने आया तो अस्पताल के तरफ से ये कहा गया कि बच्चे के शव को फेंक दिया गया है.

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Rashmi Rani
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शव को बोरे से निकालते लोग ( Photo Credit : NewsState BiharJharkhand)

बिहार के पूर्णिया जिले से दिल को दहला देने वाली खबर सामने आ रही है. जहां एक नवजात बच्चे को बोरे में भरकर कचड़े की तरह फेंक दिया और ऐसा करने वाला कोई और नहीं बल्कि अस्पताल प्रशासन है. दरअसल, प्रसव पीड़ा होने के बाद महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां महिला और नवजात दोनों की ही मौत हो गई. जिसके बाद पति अपनी पत्नी को लेकर घर चला गया और जब नवजात बच्चे को लेने आया तो अस्पताल के तरफ से ये कहा गया कि बच्चे के शव को फेंक दिया गया है. जिसके बाद परिजनों का गुस्सा फुट पड़ा.   

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परिजनों ने जमकर किया हंगामा 

घटना पूर्णियां जिला के बनमनखी अनुमंडल की है. जहां एक निजी अस्पताल में पीड़िता की मौत के बाद परिजनों के द्वारा जमकर हंगामा किया गया. हंगामा कर रहे परिजनों ने बताया गया कि धमदाहा अनुमंडल के दमगारा वार्ड नम्बर 7 निवासी सुनील कुमार दास रविवार की देर रात में अपनी 30 वर्षीय पत्नी रिंकू देवी को प्रसव पीड़ा होने के बाद अनुमंडलीय अस्पताल बनमनखी लेकर आया था. जहां एक अस्पताल कर्मी की लापरवाही से परिजन पहले से ही परेशान थे. किसी तरह अस्पताल में नॉर्मल डिलेवरी के बाद जच्चा व बच्चा दोनों ही ठीक थे, लेकिन रात के एक बजे अचानक प्रसव पीड़िता की हालत बिगड़ने लगी. जिसके बाद प्रसव गृह की संचालिका मंजू देवी द्वारा प्रसव पीड़िता को पास के ही एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया . 

बच्चे के शव को फेंक दिया गया 

जहां उपचार करने से पहले हीं प्रसव पीड़िता की मौत हो गई. निजी अस्पताल के चिकित्सक परिजन से शव को घर ले जाने का दबाब बनाने लगे. रुपये के अभाव में पीड़ित परिजनों ने अपना एक बाइक अस्पताल में बतौर बंधक रखकर शव को एम्बुलेंस से घर लेकर चले गए. इसके बाद सोमवार की अहले सुबह जब पीड़ित परिजन अनुमंडलीय अस्पताल में जन्मे अपने बच्चे को लेने पहुंचे तो प्रसव गृह की मुख्य संचालिका मंजू देवी वहां से गायब थी. वहां मौजूद नर्स द्वारा बताया गया कि रात में हीं बच्चा मार गया था. जिसके बाद उसे फेंकवा दिया गया. गुस्साये परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे की जब तलाश की गई तो एक बोरे में कचड़े के साथ बच्चे के शव को फेंक दिया गया था. 

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अनुमंडलीय अस्पताल पर उठे सवाल 

इस दृश्य को देखकर सभी की आंखे भर आई. इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना को अंजाम एक अनुमंडलीय अस्पताल के द्वारा दिया गया है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है. अब सवाल ये उठता है कि जब बच्चा स्वस्थ था तो अचानक उसकी मौत कैसे हो गई और अगर ऐसा हुआ भी तो क्या मृत बच्चे के शव को अस्पताल कचड़े की तरह फेंक देता है. 

रिपोर्ट - सुनील कुमार सम्राट

HIGHLIGHTS

  •  नवजात बच्चे को बोरे में भरकर कचड़े की तरह फेंक दिया
  • परिजनों ने अस्पताल में जमकर किया हंगामा 
  • अनुमंडलीय अस्पताल पर उठे सवाल 

Source : News State Bihar Jharkhand

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