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बिहार में शराबबंदी से कितने लोग हैं खुश, मुख्यमंत्री करवाएंगे डोर-टू-डोर सर्वे

एक तरफ जहां बिहार की राजनीति दिन-ब-दिन गर्म होती नजर आ रही है, वहीं दूसरी तरफ बिहार में शराबबंदी को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं. बता दें कि राज्य की आबादी का एक बड़ा हिस्सा मानता है कि नीतीश कुमार का यह फैसला बिल्कुल सही है.

Updated on: 30 Nov 2023, 03:19 PM

highlights

  • बिहार में शराबबंदी से कितने लोग हैं खुश
  • मुख्यमंत्री करवाएंगे डोर-टू-डोर सर्वे
  • जीविका ने भी करवाया था सर्वे

Patna:

एक तरफ जहां बिहार की राजनीति दिन-ब-दिन गर्म होती नजर आ रही है, वहीं दूसरी तरफ बिहार में शराबबंदी को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं. बता दें कि राज्य की आबादी का एक बड़ा हिस्सा मानता है कि नीतीश कुमार का यह फैसला बिल्कुल सही है, जबकि एक वर्ग शराब की लगातार अवैध बिक्री और मौतों के कारण इस कानून को हटाने के पक्ष में है. ऐसे में अब नीतीश कुमार की सरकार शराबबंदी को लेकर घर-घर सर्वे कराने जा रही है. बता दें कि रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इस घोषणा के बाद मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है, जिसके बाद माना जा रहा है कि दिसंबर के मध्य में यह सर्वे पूरे प्रदेश में शुरू हो जाएगा. सर्वे के दौरान सरकार को पता चलेगा कि राज्य में कितने लोग शराबबंदी के पक्ष में हैं और कितने नहीं हैं.

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आपको बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को नशा मुक्ति दिवस पर अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा था कि एक-एक घर जाकर पता करें कि कितने लोग शराबबंदी के पक्ष में हैं और कितने इसके खिलाफ हैं. वहीं जो लोग इसके पक्ष में नहीं हैं, उन्हें समझाएं कि शराब बहुत बुरी चीज है और इसका सेवन नहीं करना चाहिए. बता दें कि मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा है कि सर्वेक्षण की रूपरेखा तैयार करने के लिए उत्पाद एवं अन्य विभागों में विभिन्न स्तरों पर चर्चा की जा रही है. बता दें कि इस सर्वे में कुछ एजेंसियां ​​भी शामिल होंगी और इसे जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा. सर्वेक्षण दिसंबर के मध्य से अस्थायी रूप से शुरू होने की संभावना है।

प्रश्नावली की हो रही तैयार

आपको बता दें कि इस संबंध में एक अन्य अधिकारी ने कहा कि, सर्वेक्षण के लिए एक प्रश्नावली को अंतिम रूप दिया जाएगा, जिसमें लोगों से फीडबैक लिया जाएगा कि वे शराबबंदी के समर्थन में हैं या नहीं? वहीं प्रश्नावली जिसमें पारिवारिक आय, परिवारों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति और कुछ अन्य प्रश्न भी शामिल होंगे, को अंतिम रूप दिया जा रहा है.

जीविका ने भी किया था सर्वे

इसके साथ ही आपको बता दें कि साल 2023 की शुरुआत में बिहार ग्रामीण आजीविका परियोजना (जीविका) के सहयोग से चाणक्य लॉ यूनिवर्सिटी द्वारा शराबबंदी के प्रभाव पर एक सर्वेक्षण कराया गया था. यह सर्वे राज्य के सभी जिलों के 534 ब्लॉकों के 3300 गांवों में किया गया, जिसमें 10 लाख 22 हजार 467 लोगों को शामिल किया गया. वहीं इस सर्वे के दौरान पता चला कि 1.82 करोड़ लोगों ने शराब पीना बंद कर दिया है. यह भी पता चला कि 99% महिलाएं शराबबंदी के पक्ष में थीं जबकि 92% पुरुष शराबबंदी के पक्ष में थे.