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जहरीली शराब से हुई मौतों पर बरसे जीतन राम मांझी, CM को गुजरात से सबक लेने की दी सलाह

पिछले कुछ दिनों में जहां पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर काफी आक्रामक रहे हैं, वहीं अब मांझी ने एक बार फिर बिहार में शराबबंदी के बाद भी कथित तौर पर शराब पीने से हो रही मौतों पर नीतीश कुमार को घेरा है.

Updated on: 22 Nov 2023, 01:44 PM

highlights

  • जहरीली शराब से हुई मौतों पर बरसे जीतन राम मांझी
  • CM को गुजरात से सबक लेने की दी सलाह
  • मांझी ने कहा-थोड़ी-थोड़ी मौत क्यों बांट रहें हैं नीतीश जी?

Patna:

Bihar Politics News: एक तरफ जहां बिहार की राजनीति दिन-ब-दिन गर्म होती नजर आ रही है, वहीं, बिहार में छठ पर्व खत्म होते ही आपराधिक घटनाओं का सिलसिला शुरू हो गया है, जिसमें लखीसराय, वैशाली, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, छपरा, गोपालगंज समेत कई जिलों में हत्या, जहरीली शराब से मौत और अन्य आपराधिक घटनाएं सामने आ रही हैं. बता दें कि अब इसे लेकर बिहार के सियासी गलियारे में सियासत तेज हो गई है. पिछले कुछ दिनों में जहां पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर काफी आक्रामक रहे हैं, वहीं अब मांझी ने एक बार फिर बिहार में शराबबंदी के बाद भी कथित तौर पर शराब पीने से हो रही मौतों पर नीतीश कुमार को घेरा है. जीतन राम मांझी ने बिहार में शराबबंदी पर सवाल उठाए और दावा किया कि राज्य में जहरीली शराब से लोगों की मौत हो रही है. साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार को गुजरात से सीख लेने की सलाह भी दे दी है. जीतन राम मांझी के इस बयान से बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है.

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आपको बता दें कि जीतन राम मांझी ने बुधवार को अपने सोशल मीडिया ऑफिशियल अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा कि, ''नीतीश जी जहरीली शराब के नाम पर दलितों को छोटी-छोटी मौतें क्यों बांट रहे हैं? सबको जनरल डॉयर टाईप लाईन में खड़ा कर दो और सबको एक साथ गोली मार दो, तुम्हारी नफरत खत्म हो जाएगी. जहरीली शराब से हो रही मौत को नहीं रोक सकते तो शराबबंदी कानून का क्या मतलब है? कम से कम गुजरात से तो सबक ले लीजिए.'' 

दरअसल, बिहार में जहरीली शराब से मौत के कई मामले सामने आ चुके हैं. गोपालगंज को लेकर एक बार फिर दावा किया जा रहा है कि वहां भी जहरीली शराब से लोग हताहत हुए हैं. हालांकि पुलिस-प्रशासन की ओर से जहरीली शराब की पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन इन सबके बीच गोपालगंज मामले की ओर इशारा करते हुए मांझी ने कहा है कि नीतीश कुमार दलितों को थोड़ा-थोड़ा करके मौत बांट रहे हैं. वहीं, जब जहरीली शराब की बिक्री अभी भी जारी है तो शराबबंदी का मतलब क्या है? इस पर भी सवाल खड़ा हो गया है.

इसके साथ ही आपको बता दें कि बिहार में जहरीली शराब से मौत के मामले पहले भी कई बार सामने आ चुके हैं. एक दिन पहले बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने कथित तौर पर दावा किया था कि पिछले एक हफ्ते में सीतामढ़ी और गोपालगंज में शराब से 10 लोगों की मौत हो गई है. वहीं पिछले दस महीनों में बिहार में 8.67 लाख लीटर शराब जब्त की गई और पुलिस ने 226 ट्रक शराब और 123 चार पहिया वाहन भी जब्त किए. इसको लेकर उन्होंने ये भी कहा कि, क्या पूरे राज्य में शराब की होम डिलीवरी और सरकार की नाक के नीचे राजधानी पटना में पान गुमटी पर भी शराब की उपलब्धता पर्याप्त और सुरक्षित आपूर्ति श्रृंखला के बिना संभव है? अब जीतन राम मांझी ने भी जहरीली शराब से हुई मौतों, खासकर जहरीली शराब पीने से दलितों की मौत पर सवाल उठाए हैं और सीएम नीतीश को घेरा है.