बेतिया में नवजात की खरीद बिक्री का खेल चल रहा था, जिसका वीडियो किसी ने बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया. वीडियो वायरल होने के बाद बेतिया सिविल सर्जन वीरेंद्र कुमार चौधरी ने जांच का आदेश दिया है. वहीं, जांच के बाद नीतू सर्जिककेयर का लाइसेंस रद्द कर दिया गया. बेतिया सिविल सर्जन वीरेंद्र कुमार चौधरी के आदेश पर नवजात बच्चे की बिक्री करने वाले डॉक्टर प्रमोद कुमार पर नगर थाना में एफआईआर दर्ज कराया है और जल्द से जल्द डॉक्टर प्रमोद कुमार पर कार्रवाई करने की बात कही है.
नवजात की खरीद-बिक्री का चल रहा खेल
बता दें कि जो वीडियो वायरल हो रहा था, उसमें नीतू सर्जिकेयर के संचालक डॉ प्रमोद कुमार किसी से बात करते वीडियो में नजर आ रहे हैं. अपने मोबाइल में नवजात की फोटो दिखाते हुए कह रहे हैं कि बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है और बच्चे के हाथ पैर बिल्कुल ठीक है. नवजात बच्चा ढाई किलो का है और पैसे खर्च करने पड़ेंगे. वायरल वीडियो 23 जनवरी का बताया जा रहा है. इस वीडियो में नीतू सर्जिकेयर के संचालक डॉ प्रमोद कुमार बता रहे हैं कि नवजात बच्चा हिंदू है और पूरी तरह स्वास्थ्य है. इसके चार लाख रुपये लगेंगे. मामला खुलासा होने पर लोगों ने बताया कि नवजात तस्करी का खेल कई वर्षों से चल रहा है.
वीडियो सामने आते ही संचालक फरार
वहीं, इस मामले में जांच के आधार पर विभागीय कार्रवाई करते हुए डॉ प्रमोद कुमार पर FIR दर्ज कर नीतू सर्जिकेयर को सील कर दिया गया है. नीतू सर्जिकेयर के संचालक डॉ प्रमोद कुमार फरार हो गए हैं. अब देखना यह है कि नवजात की खरीद बिक्री का खेल करने वाले संचालक को पुलिस कितनी जल्दी गिरफ्तार करती है और पूरे मामले का खुलासा हो पाता है.
HIGHLIGHTS
- नवजात की खरीद बिक्री का खेल
- सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
- मामले की जांच में जुटी पुलिस
Source : News State Bihar Jharkhand