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बिहार में एनडीए में बढ़ी रार, JDU नेता बोले- 'नीतीश किसी की कृपा पर सीएम नहीं'

बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. भाजपा जहां राज्य की सबसे बड़ी पार्टी होने की वजह से आए दिन मुख्यमंत्री की कुर्सी पर दावा ठोकती रहती है. वहीं, अब जेडीयू ने भाजपा को खुली चुनौती दी है.

Updated on: 10 Apr 2022, 03:00 PM

highlights

  • अशोक जयंती पर जदयू ने भाजपा को घेरा
  • ललन सिंह ने भाजपा को खुलेआम दी चुनौती
  • कुशवाहा ने जातिय जनगणना का मुद्दा उठाया

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बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. भाजपा जहां राज्य की सबसे बड़ी पार्टी होने की वजह से आए दिन मुख्यमंत्री की कुर्सी पर दावा ठोकती रहती है. वहीं, अब जेडीयू ने भाजपा को खुली चुनौती दी है.जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने साफ लहजे में कहा कि नीतीश कुमार किसी की कृपा से मुख्यमंत्री नहीं बने हैं. यानी संकेत साफ था कि जब किसी के रहम ओ करम पर नहीं बने हैं तो कोई हटाने की बात भी नहीं करें. 

दोनों पार्टियों ने अलग-अलग मनाई ओसोक जयंती
बिहार में सम्राट अशोक की जयंती के मौके पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के दो घटक दल भाजपा और जदयू आमने-सामने नजर आ गए. भाजपा शुक्रावर को अशोक जयंती मनाई. वहीं जदयू ने शनिवार को सम्राट अशोक की जयंती के मौके पर समारोह का आयोजन किया. इस मौके पर जदयू नेता अपने ही सहयोगी भाजपा पर इशारों ही इशारों पर निशना साधते नजर आए. जदयू के संसदीय बोर्ड के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने जातीय जनगणना का मुद्दा फिर से उठाया. वहीं, पार्टी के अध्यक्ष ललन सिंह ने साफ लहजे में कहा कि नीतीश कुमार किसी की कृपा से मुख्यमंत्री नहीं बने हैं. गौरतलब है कि भाजपा जातीय जनगणना के खिलाफ रही है. 

कुछ भी हो जाए नेतृत्व से हम समझौता नहीं 
पटना में आयोजित अशोक जयंती समारोह को संबोधित करते हुए कुशवाहा ने कहा कि कुछ भी हो जाए, नेतृत्व से हम समझौता नहीं कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार चल रही है और आगे भी चलेगी. कुशवाहा ने जाति आधारित जनगणना का मुद्दा छेड़ते हुए कहा कि जातिय जनगणना नहीं होने के कारण जातियों की संख्या का पता नहीं चल पा रहा है. इस मुद्दे को लेकर उन्होंने जदयू के कार्यकतार्ओं से गांव-गांव जाने की बात कही. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि केवल बड़े-बड़े होर्डिग और जयंती मनाने से कुछ नहीं होता, सम्राट अशोक के आदशरें को मानना होता है.

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इधर, पार्टी के अध्यक्ष और सांसद ललन सिंह ने साफ तौर पर कहा कि नीतीश कुमार किसी की कृपा पर मुख्यमंत्री नहीं हैं. इस बात को सभी समझ लें. जनता की ताकत के कारण वे मुख्यमंत्री की गद्दी पर बैठे हैं. उन्होंने जनता के लिए जो काम किया है, उसी का नतीजा है कि वे मुख्यमंत्री बने हैं. सिंह ने कहा कि 2005 से आज तक वे समाज के हर वर्ग के लिए काम कर रहे हैं. उन्होंने भी जातीय जनगणना का मुद्दा उठाया. उल्लेखनीय है कि राज्य में जदयू विधायकों की संख्या के मामले में तीसरे नंबर पर है, जबकि भाजपा के पास सबसे ज्यादा विधायक हैं. पिछले कुछ दिनों के अंदर भाजपा के कई नेता भाजपा का मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर चुके हैं.