अभिनेता तुषार घाडीगांवकर काम की कमी से जूझ रहे थे, पुलिस का दावा
स्मृति शेष : भारतीय सिनेमा के स्तंभ एलवी प्रसाद, तीन भाषाओं की बोलती फिल्मों के पहले नायक
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर अक्षर योग केंद्र ने बनाए 12 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड, रचा इतिहास
देश के इन दिग्गज नेताओं की पत्नियां नहीं किसी हूर से कम, खूबसूरती में बॉलीवुड एक्ट्रेसेस को भी देती हैं टक्कर
योग आंतरिक जड़ता, संदेह और भय के विरुद्ध लड़ाई है : आचार्य प्रशांत
क्या वाकई बीन की धुन पर नागिन डांस करता है सांप? जानिए इसके पीछे की सच्चाई
Punjab Crime News: अमृतसर में नशा तस्करों के खिलाफ एक्शन, 6 किलो से ज्यादा हेरोइन बरामद, चार गिरफ्तार
Raja Raghuvanshi Murder Case: शिलॉन्ग पुलिस की 5वें दिन भी जांच जारी, अभी तक पुलिस के हाथ क्या-क्या लगा?
Gujarat Fraud Case: ट्रेन की दोस्ती में मिली दगा, युवक गंवा बैठा 5 लाख रुपये, ऐसे जाल में फंसाया

भागलपुर में ग्रामीणों को सता रहा कटाव का डर, सरकार की पहल नाकाफी

भागलपुर में नवगछिया अनुमंडल के तीनटंगा गांव में बीते साल गंगा ने ऐसा कहर बरपाया कि कई घर गंगा में समा गए. अब इस साल फिर ग्रामीणों को कटाव का डर सताने लगा है.

भागलपुर में नवगछिया अनुमंडल के तीनटंगा गांव में बीते साल गंगा ने ऐसा कहर बरपाया कि कई घर गंगा में समा गए. अब इस साल फिर ग्रामीणों को कटाव का डर सताने लगा है.

author-image
Jatin Madan
New Update
bhagalpur news

फाइल फोटो( Photo Credit : फाइल फोटो)

भागलपुर में नवगछिया अनुमंडल के तीनटंगा गांव में बीते साल गंगा ने ऐसा कहर बरपाया कि कई घर गंगा में समा गए. अब इस साल फिर ग्रामीणों को कटाव का डर सताने लगा है. हालांकि सरकार की ओर से कटाव रोकने के लिए पहल तो की गई है, लेकिन ये कोशिश फिलहाल नाकाफी है. भागलपुर के तीनटंगा गांव उस भीषण त्रासदी की गवाह है, जिससे हर साल यहां के ग्रामीणों का आमना-सामना होता है. बाढ़ के रूप में यहां प्रकृति का ऐसा कहर बरपता है कि सालों तक उस हाहाकार की चित्कार सुनाई देती है.

Advertisment

'संकट' गंगा किनारे वाला

इस गांव में जहां तक नजर जाती है सिर्फ टूटे दुकान और जर्जर मकानों की कतार दिखती है. गंगा किनारे बसे इस गांव के लोगों के लिए बारिश का मौसम किसी अभिषाप की तरह है. गंगा में पानी का स्तर बढ़ने के साथ ही यहां कटाव शुरू हो जाता है. बीते साल तो यहां बाढ़ ने ऐसी तबाही मचाई कि दर्जनों घर गंगा में समा गए. अब एक बार फिर ग्रामीणों को कटाव का डर सताने लगा है. सरकार ने कटाव से बचाव के लिए जो कोशिश की है, वो नाकाफी है.

यह भी पढ़ें : Bihar Weather Update Today: बिहार के मौसम में हुआ बड़ा बदलाव, पटना समेत इन शहरों में आंधी-बारिश के आसार; जानें अपने जिले का हाल

ग्रामीणों को सता रहा कटाव का डर

जिले के नवगछिया अनुमंडल के तीनटंगा गांव में बीते साल आई बाढ़ ने कई घरों को अपनी आगोश में ले लिया. हालांकि इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश ने हवाई सर्वेक्षण किया और गांव को बचाने के लिए कवायद शुरू की और विभाग की ओर से 15 करोड़ की राशि कटाव रोधी काम के लिए मुहैया भी कराई गई, लेकिन ग्रामीणों की समस्या ये है कि यहां कटाव रोकने के लिए 2700 मीटर का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन फिलहाल 600 मीटर के लिए ही काम हो पाया है. जिससे गांव पर कटाव का खतरा मंडराने लगा है. हालांकि कटाव पीड़ितों को सरकार की ओर से मुआवजा जरूर दिया गया है, लेकिन मुआवजे से ज्यादा जरूर है कटाव को रोकना ताकि मुआवजा देने वाली नौबत ही ना आए.

ग्रामीणों की गुहार... सुनो सरकार

जिलाधिकारी का कहना है कि कोशी और गंगा नदी में कई बड़ी योजनाओं को मंजूरी मिली है. तीनटंगा में कटाव हो रहा था, लेकिन अब कटाव रोकने के लिए 15 करोड़ की लागत से काम शुरू होगा और बाढ़ आने से पहले काम पूरा कर लिया जाएगा. तीनटंगा गांव में ज्यादतर घर कच्चे हैं. ऐसे में बाढ़ में ये कच्चे मकान आसानी से बह जाते हैं. लिहाजा सरकार को कटाव रोधी काम के साथ ही गंगा किनारे बसे परिवारों के लिए पक्के मकान का इंतजाम भी करवाना चाहिए, ताकि हर साल गरीब परिवारों को बाढ़ की त्रासदी में बेघर ना होना पड़े.

रिपोर्ट : आलोक कुमार झा

HIGHLIGHTS

  • 'संकट' गंगा किनारे वाला
  • ग्रामीणों को सता रहा कटाव का डर
  • सरकार की पहल नाकाफी
  • ग्रामीणों की गुहार... सुनो सरकार

Source : News State Bihar Jharkhand

Bihar Government Ganga River Bhagalpur News Bihar News
      
Advertisment