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Bihar Final Voter List: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले चुनाव आयोग ने एसआईआर के बाद अंतिम सूची जारी कर दी है. मंगलवार 30 नवंबर को विशेष गहन पुनरीक्षण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद इलेक्शन कमीशन की ओर से फाइनल सूची आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दी गई. यानी इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर जाकर कोई भी बिहार का मतदाता अपना नाम आसानी से चेक कर सकता है. सूची जारी किए जाने के बाद चुनाव आयोग की ओर से बिहार के नागरिकों से अपील की गई है कि वह अपनी प्रविष्टियों को जरूरी चेक कर लें.
कहां देखें अपना नाम
आप भी बिहार के निवासी हैं और इस बार विधानसभा चुनाव में मतदान करना चाहते हैं. तो आपको अपना नाम चुनाव आयोग की ओर से जारी की गई सूची में चेक करना होगा. इसके लिए चुनाव आयोग ने https://voters.eci.gov.in पूरी लिस्ट अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दी है. आप इस वेबसाइट पर विजिट कर अपने नाम को चेक कर सकते हैं.
कैसे चेक करें अपना नाम
वोटर लिस्ट में अपना नाम चेक करने के लिए आपको पहले चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जाना होगा. यहां पर वोटर अपना IPIC नंबर डालकर वोटर लिस्ट देख सकता है. इस लिस्ट में इलेक्शन कमीशन की ओर से फॉर्म 6 भरने वालों के नाम शामिल किए गए हैं. इसके साथ ही जिन लोगों ने अपना पहचान पत्र या फिर इसका प्रमाण पत्र दिया है उनके नामों को भी लिस्ट में शामिल किया गया है.
14 लाख नए नाम जोड़े गए
चुनाव आयोग की ओर से इस बार तकनीकी साधनों पर फोकस किया गया है. इसका मकसद सटीक और पारदर्शी तरीके से मतदाताओं के नाम सूची में शामिल करना रहा है. बता दें कि चुनाव आयोग की ओर से कुल तीन लिस्ट जारी की गई हैं. पहली लिस्ट इलेक्शन कमीशन ने 1 अगस्त को जारी की थी. इस दौरान 7 करोड़ 89 लाख 69 हजार 844 वोटर्स थे. SIR के जरिए ईसी ने 65 लाख वोटर के नाम काटे थे. जिस पर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया और मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा. अब फाइनल लिस्ट में चुनाव आयोग की ओर से 14 लाख नए नाम शामिल किए गए हैं.
किन लोगों को नाम नहीं होगा शामिल
बता दें कि चुनाव आयोग की ओर से एसआईआर प्रक्रिया के जरिए उन लोगों के नाम इस लिस्ट से हटा दिए गए हैं जो या तो मर चुके हैं या फिर उन्होंने डुप्लीकेट प्रविष्टियां कर रखी थीं. ऐसे में उन लोगों को नाम आपको सूची में नहीं दिखाई देंगे. इसके अलावा जिन लोगों ने अपने एड्रेस यानी पते भी बदल लिए हैं और उन्हें अपडेट नहीं कराया है. उन नामों को भी सूची से हटा दिया गया है.
चुनाव आयोग की ओर से इस बार तकनीकी साधनों पर फोकस किया गया है. इसका मकसद सटीक और पारदर्शी तरीके से मतदाताओं के नाम सूची में शामिल करना रहा है.
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