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7 दिन के प्यार में लिया शादी का फैसला, बर्थडे पार्टी से शुरू हुई लव स्टोरी

अरवल में देर रात एक प्रेमी जोड़े ने न्यायालय में सरेंडर कर शादी के बंधन में बंध गया. बर्थडे पार्टी में हुए प्यार के बाद दोनों ने एक-दूसरे के साथ रहने का वादा किया और जीने मरने की कसमें खाई.

Updated on: 01 Feb 2023, 04:48 PM

highlights

  • प्रेमी जोड़े ने कोर्ट में किया सरेंडर
  • सरेंडर करने के बाद मंदिर में रचाई शादी
  • घर से फरार हो गया था प्रेमी जोड़ा
  • लड़की के परिजनों ने दर्ज कराई थी FIR

Arwal:

अरवल में देर रात एक प्रेमी जोड़े ने न्यायालय में सरेंडर कर शादी के बंधन में बंध गया. बर्थडे पार्टी में हुए प्यार के बाद दोनों ने एक-दूसरे के साथ रहने का वादा किया और जीने मरने की कसमें खाई. परिजनों ने मिलने जुलने पर पाबंदी लगाई तो प्रेमी जोड़े ने घर से भागकर शादी रचा ली. 1991 में आई 'सड़क' फिल्म का गीत जब जब प्यार पे पहरा हुआ है प्यार और भी गहरा हुआ है. इसी गाने को सुनकर दोनों ने घर से भागने का प्लान किया और बेंगलुरु में जाकर रहने लगे. इधर परिजनों ने अपहरण का मामला दर्ज कराया और पुलिस दबिश के कारण दोनों ने न्यायालय में सरेंडर कर शादी रचा ली.

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7 दिन के प्यार के बाद किया शादी का फैसला
अरवल जिले कोनिका गांव की रहने वाली गुड़िया ने पटना के रहने वाले प्रीतम को अपना दिल दे दिया और 7 दिनों का प्यार सात जन्मों तक साथ रहने के लिए शादी के बंधन में बंध गए. कोनिका गांव की गुड़िया कुमारी अपने शादीशुदा बहन के घर बर्थडे पार्टी में गई थी. तभी वहां उसकी मुलाकात प्रीतम राज से हुई. जहां दोनों की नजरें मिली और फिर बात शुरू हो गई. जिसके बाद दोनों ने एक दूसरे को दिल दे दिया. दोनों की फोन पर बातें होने लगी. इसके बाद प्यार का जुनून इस कदर सवार हुआ कि दोनों ने साथ जीने मरने की कसमें खा ली और घर छोड़कर निकल गए. घर से भागकर दोनों बेंगलुरु पहुंचे और वहीं रहने लगे.

घर से भाग दोनों ने रचाई शादी
इधर लड़की के परिजनों ने सदर थाने में अपहरण का मामला दर्ज करा दिया. पुलिस लड़के के घर दबिश बनाने लगी, जिसके बाद लड़के के परिजनों ने उसे न्यायालय में सरेंडर कर शादी करने को कहा. जिसके बाद दोनों ने अपनी मर्जी से न्यायालय में सरेंडर कर शादी रचाई. शादी के बाद न्यायाधीश ने दोनों प्रेमी जोड़े के परिजनों को बुलाकर मामले को समझा-बुझाकर रफा-दफा करा दिया और प्रेमी जोड़े को परिजनों ने आशीर्वाद दिया.