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लोकसभा चुनाव

RJD नेता का विवादित बयान, कहा - जी. कृष्णैया अपनी हत्या के लिए हैं खुद जिम्मेदार

. RJD के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने तो आईएएस अफसर पर ही सवाल खड़ा कर दिया है. उन्होंने ये कहा है कि वो उस रास्ते उस दिन गए ही क्यों थे. वो दूसरे रास्ते से भी जा सकते थे. जब उन्हें पता था कि स्थिति क्या है तो वो अपना रास्ता बदल सकते थे.

Updated on: 26 Apr 2023, 03:11 PM

highlights

  • उस रास्ते गए ही क्यों थे जी. कृष्णैया - शिवानंद तिवारी 
  • आईएएस को उधर से जाना ही नहीं चाहिए था - शिवानंद तिवारी 
  • अपनी हत्या के लिए वो खुद ही जिम्मेदार थे जी. कृष्णैया - शिवानंद तिवारी 

Patna:

बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई को लेकर सियासत तेज होते जा रही है. जहां बीजेपी लगातार इसका विरोध कर रही है तो सत्ता पक्ष का ये कहना है कि जो भी फैसला लिया गया है, वो कानून के तहत ही लिया गया है. वहीं, अब आरजेडी के तरफ से एक बड़ा बयान दिया गया है. RJD के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने तो आईएएस अफसर पर ही सवाल खड़ा कर दिया है. उन्होंने ये कहा है कि वो उस रास्ते उस दिन गए ही क्यों थे. वो दूसरे रास्ते से भी जा सकते थे. जब उन्हें पता था कि स्थिति क्या है ऐसे में वो अपना रास्ता बदल सकते थे. 

अपनी हत्या के लिए हैं खुद जिम्मेदार 

शिवानंद तिवारी के इस बयान के बाद बिहार में सियासत तेज हो गई है. दलित परिवार से आने वाले आईएएस जी. कृष्णैया की हत्या के दोषी आनंद मोहन की रिहाई को लेकर सवाल उठ रहे हैं और सत्ता पक्ष इसे सही करार दे रही है, लेकिन खुद को सही साबित करने के लिए सत्ता पक्ष ने सारी हदें ही पार कर दी है. दरअसल आज जब RJD के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी से आनंद मोहन की रिहाई को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अपनी हत्या के लिए वो खुद ही जिम्मेदार थे. उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर में छोटन शुक्ला की हत्या के बाद पहले से ही वहां का माहौल खराब हो चुका था. ऐसे में पटना से गोपालगंज वापस जाने के लिए वो हाजीपुर-छपरा-सीवान होते हुए भी जा सकते थे. उन्हें मुजफ्फरपुर होकर जाने की क्या जरूरत थी. आईएएस को उधर से जाना ही नहीं चाहिए था. 

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गलतफमी में भीड़ ने कर दिया था हमला

उन्होंने कहा कि आईएएस जी.कृष्णैया की गाड़ी देखते ही भीड़ आक्रामक हो गई और उन्हें घेर लिए. भीड़ को लगा कि ये मुजफ्फरपुर के डीएम की गाड़ी है और गलतफमी में भीड़ ने उनकी गाड़ी पर हमला बोल दिया. वहीं, उन्होंने ये भी कहा कि भीड़ ने हमला तब किया जब  जी. कृष्णैया के गार्ड ने रिवॉल्वर निकाल ली थी. जिसके बाद मामला और भी ज्यादा बिगड़ गया और आक्रोशित लोगों ने उनकी हत्या कर दी. वहीं, बता दें कि जहां जी. कृष्णैया मर्डर केस में सुप्रीम कोर्ट ने आनंद मोहन को दोषी माना है, लेकिन शिवानंद तिवारी ने इससे साफ इंकार कर दिया है.