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मुंगेर से अतीक अहमद की हत्या का कनेक्शन( Photo Credit : फाइल फोटो)
बीते 15 अप्रैल को प्रयागराज में माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या में मुंगेर का कनेक्शन निकला है. अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या में मेड इन मुंगेर पिस्टल का इस्तेमाल हुआ है. इसका खुलासा एसटीएफ ने किया है. मौत का सामान बनाने वाला मुंगेर जिला अवैध हथियारों की काली मंडी के नाम से भारत के मानचित्र पर स्थापित है. यहां के हथियार की खासियत है कि यह कभी धोखा नहीं देता. इसलिए यहां का देसी कट्टा, सिक्सर, पिस्टल, कार्बाइन से एके-47 तक के हथियार अपराधियों, माफिया डॉन, नक्सली यहां तक कि आतंकी संगठन की पहली पसंद है.
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मुंगेर से अतीक अहमद की हत्या का कनेक्शन
मुंगेर जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक गांव वर्धा सीतलपुर सहित दियारा इलाके, गंगा के उस पार पहाड़ी इलाके, जंगल में और कासिम बाजार थाना क्षेत्र के बरदह, मिर्जापुर, चक हाशिम, दरियापुर, टीका रामपुर, कासिम बाजार, शादीपुर, खान काह रोड आदि में अवैध रुप से चोरी-छिपे हथियार बड़े पैमाने पर बनाया जाता है. यहां के हथियार टिकाऊ होते हैं तथा कम कीमत में सुलभ उपलब्ध हो जाते हैं. इसलिए यहां सालों भर अवैध हथियार की मंडी सजी रहती है और खरीददार पहुंचते रहते हैं.
दुनियाभर में फेमस मुंगेर का हथियार
बीते वर्ष बांग्लादेश की राजधानी ढाका के आतंकी हमले में जो ak22 हथियार का इस्तेमाल हुआ था, वह मुंगेर के ही कार्य करने बनाया था. इसका खुलासा कोलकाता के एसटीएफ ने किया था, जिसे बाद में हमला करने वाले आतंकी ने भी मुंगेर के हथियार का जिक्र किया था यानी आतंकी संगठन तक मुंगेर के हथियार पहुंचते हैं. हालांकि अतीक अहमद और अशरफ की हत्या में मुंगेरी पिस्टल का इस्तेमाल हुआ. इसका खुलासा तो एसटीएफ ने कर दिया है. अब यह पिस्टल मुंगेर से उत्तर प्रदेश कैसे पहुंची और कौन गैंग इसके पीछे हैं, इसकी पूरी कुंडली खंगालने के लिए एसटीएफ तैयार है.
अतीक और अशरफ की हत्या में मुंगेरियन पिस्टल
वहीं, इस संबंध में मुंगेर के एसपी जेजे रेड्डी ने बताया कि एसटीएफ द्वारा माफिया अतीक और अशरफ की हत्या में मुंगेरियन पिस्टल का इस्तेमाल होने के बारे में जो बातें बताई गई है. ऑफिस या अनऑफिशियली मुझे इसकी जानकारी नहीं मिली है. मीडिया के माध्यम से ही कुछ लोग बता रहे हैं कि दोनों की हत्या में मुंगेर की पिस्टल का प्रयोग हुआ है. वैसे जब आधिकारिक रूप से हमें सूचना मिलेगी तो मैं आप लोगों को बताऊंगा. अवैध हथियार के निर्माण बिक्री व तस्करी पर पुलिस की नजर रहती है.
मुंगेर का पिस्टल अपराधियों की पहली पसंद
आए दिन पुलिस छापेमारी कर इसके गिरोह का उद्भेदन करते रहती है और विशेष अभियान चलाया जा रहा है. बता दें कि मुंगेर का पिस्टल अपराधियों की पहली पसंद है. यहां के पिस्टल छोटे आकार में आकर्षक रूप से तैयार होते हैं और इसकी फायरिंग रेंज गजब की होती है. इसलिए तो छोटे-मोटे अपराधी, शूटर, माफिया, डॉन, नक्सली संगठन और आतंकी संगठन तक मुंगेर के हथियार मंगाते रहते हैं. अब प्रयागराज में माफिया डॉन के हत्या में मुंगेरियन पिस्टल का इस्तेमाल होना इस बात की गवाही दे रहा है कि मुंगेर अवैध हथियारों की काली मंडी के नाम से भारत के मानचित्र में यूं ही नहीं जाना जाता है.
HIGHLIGHTS
- मुंगेर से अतीक अहमद की हत्या का कनेक्शन
- दुनियाभर में फेमस मुंगेर का हथियार
- मुंगेर का पिस्टल अपराधियों की पहली पसंद
Source : News State Bihar Jharkhand
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