logo-image

सीएम नीतीश ने भाजपा को दिया जवाब, कहा- बिहार में लोकसभा चुनाव में कुछ नहीं मिलेगा

बिहार के सीएम नीतीश कुमार मंच पर पहुंचे और मौजूद तमाम नेताओं को संबोधित किया.

Updated on: 25 Feb 2023, 03:16 PM

highlights

  • महागठबंधन बनाया तो दिल्ली से दो नेता आए
  • एक प्रधानमंत्री हैं और गृह मंत्री
  • पत्रकारों पर सीएम नीतीश ने उठाया सवाल
  • हिंदू-मुस्लिम को बांट रहे
  • बिहार में हम धर्म के नाम पर राजनीति नहीं होने देंगे

 

Purnia:

बिहार में जहां एक तरफ अमित शाह चंपारण की धरती से मिशन 2024 का आगाज कर रहे हैं तो वहीं बिहार की महागठबंधन की सरकार पूर्णिया की रंगभूमि से महारैली को संबोधित कर रही हैं. एक मंच पर सात पार्टियों के लोग इकट्ठा हुए हैं. वहीं राजद सुप्रीमो ऑनलाइन जुड़कर महागठबंधन की रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला. इसी के साथ तेजस्वी यादव ने भी भाजपा पर करारा प्रहार किया और भाजपा भगाओ, देश बचाओ के नारे लगाए. जिसके बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार मंच पर पहुंचे और मौजूद तमाम नेताओं को संबोधित किया. इसी के साथ नीतीश कुमार ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा. सीएम नीतीश कुमार ने महारैली को संबोधित करते हुए कहा कि सातों पार्टियों ने मिलकर तय किया कि पहली रैली पूर्णिया में करेंगे. जब हम लोगों ने महागठबंधन बनाया तो दिल्ली से दो नेता हैं. एक प्रधानमंत्री हैं और गृह मंत्री. क्या अनुभव है इन लोगों का? क्या देश की आजादी को जानते हैं?

यह भी पढ़ें- अमित शाह का हमला, कहा- नीतीश को हर तीन साल में पीएम बनने का आता है सपना

नीतीश की महारैली में मुख्य बातें

महागठबंधन बनाया तो दिल्ली से दो नेता आए
एक प्रधानमंत्री हैं और गृह मंत्री
पत्रकारों पर सीएम नीतीश ने उठाया सवाल
हिंदू-मुस्लिम को बांट रहे
बिहार में हम धर्म के नाम पर राजनीति नहीं होने देंगे
मुस्लिम को बांटना चाहते हैं
केंद्र ने राज्य को घोषणा की राशि नहीं दी
कितना भी घूम लें, 2024 में नहीं मिलेगा 100 सीट
अटल बिहारी वाजपेयी को भूल गए हैं बीजेपी 
बीजेपी देश का बंटवारा चाहते हैं

पत्रकारों को लेकर उठाया सवाल

इसी के साथ नीतीश कुमार ने पत्रकारों पर सवाल उठाते हुए कहा कि यहां कितनी बड़ी संख्या में पत्रकार लोग है, लेकिन होगा क्या. सब जगह कब्जा कर लिया है. कोई भी काम देश के हित में नहीं कर रहे लेकिन कहीं जाएंगे तो कुछ न कुछ बोलते रहते हैं. यहां आकर क्या-क्या बोल दिए, कोई काम बिहार के लिए किया है. जो इन लोगों ने घोषणा किया था, 2015 में विधानसभा चुनाव से पहले तब इन लोगों ने कह दिया बिहार की मदद करेंगे. जितना मदद करने का ऐलान किया, आज तक नहीं हुआ. हो वहीं रहा है जो केंद्र की योजना है, उसी में से मदद हो रहा है. 1 लाख 25 करोड़ की घोषणा कर दिए थे, केंद्र की ओर से आज तक मात्र 59 लाख मिला है.

भाजपा बस बातें करती हैं

पूर्णिया में जब आए थे, एयरपोर्ट बनना था, सबसे पहले यहां बनना था, नहीं बना. लोगों के आने का रास्ता बना, उन लोगों ने जितना जमीन देने को कहा, हम सब देने को तैयार है लेकिन शुरू क्यों नहीं हुआ. यहां आकर कह दकिया चालू हो गया क्या चालू हो गया. यहां आकर सिर्फ कहना है, करना कुछ नहीं है. जो काम राज्य सरकार कर रही है, उसके लिए कितनी बार मीटिंग की. आज तक नहीं किया, हमें बहुत अफसोस है. करना उनको है, कर नहीं रहे हैं. चाहे वो जितना चीज बोले कोई मतलब नहीं है. बिहार के विकास के लिए एक-एक काम हमलोग कर रहे हैं. सब काम हमलोग कर रहे हैं. लोगों की सुविधा के लिए, लोगों को आगे बढ़ाने के लिए... विकास का काम चलता रहेगा. हर काम का देखरेख जारी रहेगा.

हम सात पार्टी एक साथ है

स्कूल, कॉलेज, हॉस्पिटल सबको देखने का काम हम लोग कर रहे हैं. हम सात पार्टी एक साथ है. हम बिहार में जितना काम कर रहे हैं और आगे करेंगे. 10 लाख लोगों को हम लोग नौकरी देंगे. यह सब करते रहेंगे, लेकिन आज जब हमलोग एकसाथ हैं. जब हमने तय किया, उनलोगों को छोड़कर इधर आ गए तो देशभर से विभिन्न पार्टियों ने हमें धन्यवाद दिया. यहां हम सिर्फ कांग्रेस पार्टी का इंतजार कर रहे हैं. 2024 में जब चुनाव होगा, चाहें इतना घूमे लेकिन 100 सीट भी नहीं मिलेगा. इसलिए सब लोग मिलकर चुनाव लड़ें. अगर मिलकर नहीं लड़ेंगे तो फायदा किसको होगा,  सोच लीजिए.

देश में बंटवारा चाहते हैं भाजपा

यह देश में बंटवारा चाहते हैं. हिंदू-मुस्लिम करना चाहते हैं. आजादी की लड़ाई से इन्हें क्या मतलब रहा. आप समझ लीजिए और चीजों को ध्यान में रखिए. ये लोग अटल बिहारी वाजपेयी जी को भूल गए. ये लोग क्या काम करेंगे. हमलोग मिलकर काम करेंगे और मिलकर बिहार को बचाएंगे. बिहार के उत्थान के लिए काम किया है, कोई काम हमलोगों ने छोड़ा है. इन लोगों ने कुछ नहीं किया.