LJP में टूट पर बोले चिराग पासवान- पार्टी और परिवार को साथ रखने के प्रयास में असफल रहा
पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी में दरार पड़ गई है. रामविलास पासवान के भाई पशुपति पारस ने 5 सांसदों को अपने साथ मिलाकर पार्टी पर अधिकार जता दिया है और ऐसे में लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान अकेले पड़ गए हैं.
पटना:
पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी में दरार पड़ गई है. रामविलास पासवान के भाई पशुपति पारस ने 5 सांसदों को अपने साथ मिलाकर पार्टी पर अधिकार जता दिया है और ऐसे में लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान अकेले पड़ गए हैं. LJP में टूट के बाद चिराग पासवान (Chirag Paswan ) ने कहा कि पार्टी और परिवार को साथ रखने के प्रयास में असफल रहा. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चिराग पासवान ने अभी अपनी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की एक बैठक बुलाई है.
चिराग पासवान ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि पापा की बनाई इस पार्टी और अपने परिवार को साथ रखने के लिए किए मैंने प्रयास किया, लेकिन असफल रहा. पार्टी मां के समान है और मां के साथ धोखा नहीं करना चाहिए. लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि है. पार्टी में आस्था रखने वाले लोगों का मैं धन्यवाद देता हूं. एक पुराना पत्र साझा करता हूं.
पापा की बनाई इस पार्टी और अपने परिवार को साथ रखने के लिए किए मैंने प्रयास किया लेकिन असफल रहा।पार्टी माँ के समान है और माँ के साथ धोखा नहीं करना चाहिए।लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि है। पार्टी में आस्था रखने वाले लोगों का मैं धन्यवाद देता हूँ। एक पुराना पत्र साझा करता हूँ। pic.twitter.com/pFwojQVzuo
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) June 15, 2021
सूत्रों के मुताबिक, चिराग पासवान ने अभी अपनी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की एक बैठक बुलाई है. वर्चुअल तरीके से यह बैठक होगी. हालांकि, दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय कार्यसमिति के कुछ सदस्य मौजूद हैं. वे चिराग के साथ बैठक में मौजूद रहेंगे.
आपको बता दें कि इससे पहले सोमवार को लोकसभा स्पीकर ने एलजेपी के पांचों सांसदों की मांग मान ली. पशुपति पारस को LJP का संसदीय दल का नेता माना गया है. इस पर अब 13 जून को बैठक होगी. इसी मसले पर पशुपति पारस ने सोमवार को सफाई देते हुए कहा कि मैंने पार्टी को तोड़ा नहीं है, पार्टी को बचाया है.
इस बीच खबर आई कि चिराग पासवान ने अपने चाचा पशुपति पारस के लिए अपनी चाची को संदेश छोड़ा है कि मैं भी राष्ट्रीय अध्यक्ष पद छोड़ने को तैयार हूं, मेरी मां यानी राम विलास पासवान की पत्नी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया जाए, वे सबसे बड़ी हैं. पार्टी जैसे चल रही है चलती रहने दी जाए. संसदीय दल के नेता भी चाचा ही रहें. चिराग पासवान ने एक बार पशुपति कुमार पारस और सांसदों के साथ बैठ चर्चा करने की बात कही है.
आपको बता दें कि इस सिलसिले में इन सभी सांसदों ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को एक पत्र भी लिखा था. बता दें कि लोजपा के अध्यक्ष चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति पारस के अलग होने की खबर है. पशुपति कुमार पारस समेत अन्य 5 सांसद एक साथ आ गए हैं. खबर आ रही है लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के 5 सासंद चिराग पासवान का साथ छोड़ सकते हैं. बताया जा रहा है कि चिराग पासवान से नाराज पांचों सांसद जनता दल (यूनाइटेड) (JDU) का दामन थाम सकते हैं.
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