छपरा शराब कांड: 70 से ज्यादा लोगों की मौत, कौन देगा जवाब?( Photo Credit : File Photo)
बिहार में शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 71 तक पहुंच गई. ये संख्य़ा महज कोई नंबर नहीं है, बल्कि उन परिवारों की आपबीती है जो अब कभी लौट कर नहीं आएंगे. सच तो यही है कि इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष हो या विपक्ष दोनों को एक साथ आकर इस जहरीली शराब की मौत से डरे हुए लोगों को हिम्मत देने की जरुरत है. जरुरत है उन टूटे हुए परिवार के लोगों को सबल देने की और आगे इस पर और इससे जुड़े हर शख्स पर उचित कार्रवाई की जाएगी. जरुरत है कि आने वाले समय में दोबारा इस तरह की घटना सुर्खिया ना बने. आखिर क्यों कोई भी अपने परिवार को रोता बिखलखता छोड़ कर यू दूर जाए? लेकिन वो कहते है ना... ये सियासत की बेशर्मी का दुप्पटा है, जो किसी के आंसू से नम नहीं होता. मुद्दा वही है आखिर कब तक बयानबाजी और आरोपों का दौर चलता रहेगा? आखिर बिहार में हुई 71 मौत की गूंज पर सहानभूति की थपकी कौन देगा? मुद्दा ये है कि आखिर इस घटना को लेकर जनता के आंखों में आंखे मिलाकर जवाब कौन देगा?
छपरा में जहरीली शराब से हुई मौत पर बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का कहना है कि बीजेपी इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है. वहीं, मौतों से जुड़े आंकड़े पर तेजस्वी ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी को अपने गिरेबान में झांकना होगा. बीजेपी की सरकार जिन राज्यों में हैं वहां कितनी मौतें शराब पीने की वजह से हुई है इस बात को कोई नहीं जानता. तेजस्वी यादव ने बीजेपी को खुली चुनौती दी है कि बीजेपी सार्वजनिक मंच से ये मांग करके दिखाए कि बिहार में शराबबंदी लागू रहना चाहिए या उसे खत्म कर देना चाहिए.
बीजेपी का पलटवार
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के शराबबंदी कानून के खत्म करना वाले बयान पर बीजेपी ने करारा पलटवार किया है. बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा है कि बीजेपी शराबबंदी कानून के पक्ष में पूरी तरह से है लेकिन इसे सही से लागू किया जाये. वहीं, बीजेपी पार्षद नवल किशोर ने छपरा शराब कांड को लेकर कहा कि सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव अपने पाप छिपा रहे हैं.