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चेतन आनंद का बड़ा बयान, बताया RJD में टूट की वजह

आरजेडी के विधायक लगातार पाला बदलते नजर आ रहे हैं. चेतन आनंद के बाद अब भरत बिंद ने भी अपना पाला बदल लिया है और बीजेपी का दामन थाम लिया है.

Updated on: 01 Mar 2024, 04:44 PM

highlights

  • चेतन आनंद का बड़ा बयान
  • बताया आरजेडी में टूट की वजह
  • कहा- 3 पीए की वजह से विधायक बदल रहे पाला

 

Patna:

आरजेडी के विधायक लगातार पाला बदलते नजर आ रहे हैं. चेतन आनंद के बाद अब भरत बिंद ने भी अपना पाला बदल लिया है और बीजेपी का दामन थाम लिया है. इस तरह से कुछ ही दिनों में एक-एक कर के पांच विधायक अपना पाला बदल चुके हैं. आरजेडी के बागी विधायकों में चेतन आनंद, संजय यादव, प्रीतम यादव, मनोज झा और भरत बिंद शामिल है. वहीं, इस पर चेतन यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है और उन्होंने कहा कि विधायक नाखुश रहेंगे तो टूटते रहेंगे, जहां मान-सम्मान नहीं होगा, वहां से लोग निकलेंगे ही. इसके साथ ही कहा कि विधायकों की पार्टी छोड़ने की वगह तीन पीए है.

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चेतन आनंद का बड़ा बयान

आरजेडी को छोड़ बीजेपी में शामिल हो चुके चेतन आनंद ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि तेजस्वी यादव के तीन पीए की वजह से पार्टी में भगदड़ मची हुई है. अभी तो सिर्फ पांच विधायकों ने ही पार्टी छोड़ा है, कई और भी विधायक पाला बदल सकते हैं. तीन पीए की वजह से पार्टी में ज्यादातर विधायक घुटन महसूस कर रहे हैं और उनमें से कई विधायक पाला बदलने के लिए भी तैयार हैं. इसके साथ ही चेतन आनंद ने कहा कि जल्द ही पार्टी के कई और विधायक बीजेपी व जदूय में शामिल होंगे.

तीन पीए की वजह से विधायकों में नाराजगी

आगे चेतन आनंद ने कहा कि तेजस्वी ने तीन पीए बना रखा है, उनके नाम संजय यादव, मनोज झा और प्रीतम है. ये तीनों पीए पार्टी का नाश कर रहे हैं और इनमें से दो पीए को तेजस्वी यादव सांसद भी बना चुके हैं. वहीं, प्रीतम सरकारी सेवा में है और तेजस्वी के आप्त सचिव के पद पर कार्यरत हैं. ये तीनों मिलकर रैकेट चला रहे हैं, जिसकी वजह से विधायकों में नाराजगी है. इससे पहले भी राजद के कई नेता संजय यादव और मनोज झा को लेकर अपनी नाराजगी जता चुके हैं. वहीं, हरियाणा के रहने वाले संजय यादव को लेकर कई तरह की खबरें आती रहती है. वहीं, आरजेडी विधायक का यह भी आरोप है कि जब तेजस्वी सरकार में थे और उन्होंने एक साथ पांच विभाग संभाला हुआ था. उस समय भी सारी डीलिंग संजय यादव ही कर रहे थे. तेजस्वी यादव के विभाग में भी आरजेडी विधायकों का काम नहीं होता था, वहां अलग सेटिंग होती थी.