Bihar Crime: बिहार के पूर्णिया में कुछ ऐसा हुआ, जिसने हर किसी को हैरान कर के रख दिया. दरअसल, तीन साल पहले जिस विवाहिता की हत्या कर दी गई थी, वह जिंदा लौट आई. विवाहिता की हत्या के आरोप में ससुरालवाले पिछले तीन साल से थाने की चक्कर काट रहे हैं और जेल की हवा भी खा चुके हैं. वहीं, जिस बहू की हत्या के आरोप में उन्हें जेल में डाला गया, वह मजे से मायके में रह रही थी. जैसे ही इस मामले का खुलासा हुआ, पुलिस ने भी अपना सिर पकड़ लिया.
तीन साल बाद जिंदा लौटी बहू
दरअसल, यह घटना बिहार के पूर्णिया की है. जहां तीन साल पहले 24 साल के मो. मसीक के साथ रुखसाना खातून का निकाह हुआ था. शादी के बाद रुखसाना ससुराल आ गई. वहीं, शादी के महज कुछ दिन बाद ही वह लापता हो गई. बेटी के लापता होते ही रुखसाना के पिता पुलिस के पास पहुंच गए और ससुरालवालों पर बेटी की हत्या और दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाया.
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दहेज के नाम पर बहू की हत्या!
फारुख अंसारी ने शिकायत दर्ज कराते हुए कहा था कि शादी के बाद से ही बेटी के ससुरालवाले 2 लाख रुपये दहेज के लिए उसे प्रताड़ित कर रहे थे. दहेज के नाम पर बेटी के साथ मारपीट भी की जाती थी. जिसके बारे में कॉल पर बेटी ने बताया भी था. इस बीच ससुरालवालों ने मेरी बेटी से फोन तक छीन लिया. जिसके बाद उससे बात तक नहीं हो पा रही थी. एक दिन हमें उसके ससुरालवालों के पड़ोसियों ने बताया कि मेरी बेटी कहीं भाग गई है. जिसके बाद पिता ससुराल पहुंचा और उसने बेटी के ससुरालवालों पर ह्तया का आरोप लगाया.
तीन साल बाद सच आया सामने
विवाहिता के पिता के आरोपों के बाद पति, सास-ससुर, देवर-ननद सभी को पुलिस गिरफ्तार कर ले गई. गिरफ्तारी के बाद बहुत मुश्किल से सभी को बेल मिला. इसके बाद भी लगातार सभी थाने के चक्कर काट रहदे थे. हालांकि अब सच्चाई सामने आ चुकी है. पुलिस ने केस रद्द कर दिया है. वहीं, मामले की सच्चाई सामने आने के बाद लड़के के पिता ने कहा कि हम पिछले तीन सालों से बहू की हत्या का कलंक झेल रहे थे, लेकिन अब जाकर सच सबके सामने आया है. आखिर में सच की जीत हुई है.