अगले 48 घंटे में बदलेगा मौसम का मिजाज, बिहार के 8 जिलों में अलर्ट जारी
48 घंटों के दौरान, राज्य के अधिकांश हिस्सों में सतही हवा की गति 15-20 किमी प्रति घंटा और 35 किमी प्रति घंटे तक की हवा चलने की संभावना है. अब मौसम विभाग के मुताबिक किसानों और नाविकों को इस दौरान विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.
highlights
- अगले 48 घंटे में बदलेगा मौसम का मिजाज
- बिहार के 8 जिलों में अलर्ट जारी
- प्रमुख शहरों का तापमान इतना किया गया रिकॉर्ड
Patna:
Bihar Weather Update Today: बिहार में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलने वाला है. राजधानी समेत राज्य में पछुआ प्रवाह जारी रहेगा, जिससे मौसम शुष्क रहेगा. वहीं अगले 48 घंटों के दौरान, राज्य के अधिकांश हिस्सों में सतही हवा की गति 15-20 किमी प्रति घंटा और 35 किमी प्रति घंटे तक की हवा चलने की संभावना है. अब मौसम विभाग के मुताबिक किसानों और नाविकों को इस दौरान विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. बता दें कि इस महीने 7 अप्रैल से उत्तरी हिस्से के पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, गया, नवादा समेत दक्षिणी हिस्से के पटना में गरज के साथ हल्की बारिश की संभावना है. ऐसे में बारिश के कारण तापमान में गिरावट के साथ मौसम सामान्य रहने की उम्मीद है.
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इन जिलों में बढ़ा तापमान
आपको बता दें कि बुधवार को अररिया, कटिहार, फारबिसगंज, किशनगंज को छोड़ पटना सहित शेष जिलों में तापमान में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. वहीं पटना में तापमान में 1.7 डिग्री की वृद्धि हुई, जिससे यहाँ का तापमान 38.0 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा. वहीं बक्सर में सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया, यानी 40.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पटना और परिसर क्षेत्र में तीखी धूप और तेज हवा के प्रभाव से लोगों को आज भी बहुत परेशानी हो रही है।
प्रमुख शहरों का तापमान इतना किया गया रिकॉर्ड
शहर अधिकतम न्यूनतम पटना 38.0 22.6 गया 38.6 20.0 भागलपुर 37.4 36.7 मुजफ्फरपुर 35.6 34.4 (तापमान डिग्री सेल्सियस में).
मौजूदा मौसम की समझिए स्थिति
आपको बता दें कि वैज्ञानिक एसके पटेल के अनुसार, भारतीय जलवायु में विविधता देखने को मिलती है. समुद्रों से घिरी हुई भारतीय भूमि अपने आप में तीन विभिन्न मौसमों का संगमस्थल है. शीत ऋतु, ग्रीष्म ऋतु और वर्षा ऋतु इसे अद्वितीय बनाती हैं. वर्षा ऋतु के पहले मौसम को प्री-मानसून कहा जाता है, जो मार्च से मई तक चलता है. इस समय, भारत के विभिन्न क्षेत्रों में बादलों का गर्जना, बिजली की चमक, आंधी-तूफान की घटनाएं और वर्षा की संभावना होती है. इस दौरान, गर्मी की तपिश अप्रैल से जून तक अत्यधिक महसूस की जाती है.
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