logo-image

Bihar Weather Update Today: राजधानी समेत इन शहरों में फिर बढ़ेगी गर्मी, जानें अगले 3 दिन कैसा रहेगा मौसम

बिहार में भीषण गर्मी के बाद पिछले बारह-तेरह दिनों से मौसम ने पलटी मार रखी थी, लेकिन एक बार फिर मौसम ने करवट ली है. एक बार फिर ठंड के बाद लोगों को चिलचिलाती धूप का अहसास होने लगा है. बता दें कि इस बार बिहार में एक बार फिर लू चलने के आसार हैं.

Updated on: 06 May 2023, 03:34 PM

highlights

  • पटना समेत कई शहरों का बढ़ा तापमान 
  • अगले 3 दिनों ऐसा रहेगा मौसम का हाल
  • फिर सताएगी गर्मी

 

:

बिहार में भीषण गर्मी के बाद पिछले बारह-तेरह दिनों से मौसम ने पलटी मार रखी थी, लेकिन एक बार फिर मौसम ने करवट ली है. एक बार फिर ठंड के बाद लोगों को चिलचिलाती धूप का अहसास होने लगा है. बता दें कि इस बार बिहार में एक बार फिर लू चलने के आसार हैं. वहीं मौसम केंद्र ने बारिश को लेकर भी पूर्वानुमान जारी किया है. साथ ही तापमान बढ़ने के साथ ही गर्मी फिर से प्रवेश कर गई है. अब फिर से पारा चढ़ने लगा है. खासकर राजधानी पटना में जिस तरह बारिश के दौरान तापमान में गिरावट दर्ज की गई थी, उसी तरह अब इसमें भी बढ़ोतरी होती दिख रही है.

आपको बता दें कि पटना मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक राकेश कुमार ने बताया है कि, ''अगले 03 दिनों तक बिहार में आंधी के आसार नहीं हैं, इस दौरान आसमान कमोबेश साफ रहेगा. इससे पारा भी चढ़ने की संभावना जताई गई है. साथ ही बिहार के पूर्व में बंगाल की खाड़ी, देश के कुछ हिस्सों में कम दबाव के केंद्र और देश की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ से अप्रभावित रहने की संभावना है.''

यह भी पढ़ें: Bihar Crime News: गैंगवार से दहला मोतिहारी, बिजली विभाग के ठेकेदार की बेरहमी से हत्या

इन जिलों का लगातार गिर रहा पारा

इसके साथ ही आपको बता दें कि बिहार के कुछ इलाके ऐसे भी हैं, जहां पारा कुछ नीचे गया है. इनमें से बेगूसराय, शेखपुरा, कटिहार आदि जिले शामिल हैं. बेगूसराय में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 1.3 डिग्री की गिरावट के साथ 34.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जबकि शेखपुरा में 37.2 डिग्री सेल्सियस, कटिहार में 33.4 डिग्री सेल्सियस, जबकि पटना में अधिकतम तापमान 33 डिग्री और न्यूनतम 22.6 डिग्री दर्ज किया गया.

साथ ही पटना मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों की माने तो मई के पहले सप्ताह में बिहार में सामान्य से कम तापमान दर्ज किया जा रहा है. यह और कुछ नहीं बल्कि जलवायु परिवर्तन का नतीजा माना जा रहा है. हालांकि अगर 8 मई को चक्रवात ने आकार लिया तो बिहार पर इसका आंशिक प्रभाव पड़ सकता है. इसके साथ ही IMD पटना अभी साइक्लोन बनने की स्थितियों पर नजर रखे हुए है.