logo-image

'रूढ़िवादी एप्रोच वाले नेतृत्व के साथ मैं...' - तेजस्वी यादव का CM पर तंज

डिप्टी सीएम कार्यकाल के दौरान अपने शासनकाल का जिक्र करते हुए कहा कि, ''मैंने अप्रचलित तौर तरीके से चलने वाला और असामयिक निर्णय लेने वाले व्यक्ति के साथ काम किया है.''

Updated on: 13 Mar 2024, 01:13 PM

highlights

  • तेजस्वी यादव ने बिना नाम लिए CM नीतीश पर कसा तंज
  • कहा- 'रूढ़िवादी एप्रोच वाले नेतृत्व के साथ मैं...'
  • CM नीतीश कुमार के कार्यकाल पर उठाए सवाल

Patna:

Bihar Politics News: इस समय बिहार में सियासी घमासान तेज हो गया है तो वहीं दूसरी ओर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी यादव ने बिना नाम लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है. तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री के तौर पर नीतीश कुमार के काम करने के तरीके पर सवाल उठाया है. उन्होंने अपने डिप्टी सीएम कार्यकाल के दौरान अपने शासनकाल का जिक्र करते हुए कहा कि, ''मैंने अप्रचलित तौर तरीके से चलने वाला और असामयिक निर्णय लेने वाले व्यक्ति के साथ काम किया है.'' बता दें कि राजद नेता ने अपने डिप्टी सीएम कार्यकाल के दौरान युवाओं को लाखों नौकरियां देने का भी जिक्र किया. तेजस्वी यादव ने कहा कि, ''कई रुकावटों के बावजूद वैज्ञानिकता और व्यावहारिकता के दम पर केवल 𝟏𝟕 महीनों में ही लाखों नौकरियां दीं.''

आपको बता दें कि बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि, ''गठबंधन धर्म की सीमितता और बाध्यताओं के बीच, पुराने ख्यालात, अप्रचलित तौर-तरीके, असामयिक निर्णय, कालग्रस्त कार्यशैली और रूढ़िवादी एप्रोच वाले नेतृत्व के साथ मैं अपनी क्षमता का बस 𝟏𝟎 फीसदी ही कार्य कर पा रहा था.''

यह भी पढ़ें : 'दीदी कौन होती हैं CAA कानून लागू करने से रोकने वाली' - अश्विनी चौबे का पलटवार

RJD नेता ने आगे कही बड़ी बात 

वहीं आगे तेजस्वी यादव ने लिखा कि, ''इन सब सीमाओं और रुकावटों के बावजूद भी हमने तार्किकता, बुद्धिमत्ता, वैज्ञानिकता और व्यावहारिकता के बल पर केवल 17 महीनों में ही लाखों नौकरियां दीं. पर्यटन, आधारभूत संरचना, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में प्रभावी, बेहतरीन और ऐतिहासिक कार्य किए. आम जनमानस ने 17 साल बनाम 17 महीनों के इस सकारात्मक अंतर को नजदीक से अनुभव कर स्वागत किया.''

इसके साथ ही आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद 2025 में बिहार में विधानसभा चुनाव भी होने हैं. नीतीश कुमार के बीजेपी में शामिल होने और नई सरकार के गठन के बाद मचे सियासी घमासान के बीच तेजस्वी यादव ने बिहार के कई जिलों में जन विश्वास यात्रा निकाली थी. बता दें कि पटना के गांधी मैदान में जन विश्वास रैली के दौरान राहुल गांधी और अखिलेश यादव समेत कई विपक्षी नेता एक साथ आए थे. अब देखना होगा कि तेजस्वी यादव के इस तंज का विपक्ष कैसे मुकाबला करता है.