Bihar Political Crisis: बिहार से राजनीतिक घमासान की खबर सामने आ रही है. मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार एक बार फिर बीजेपी नीत राजग में शामिल होने की घोषणा कर सकते हैं. सबकुछ तय रणनीति के अनुसार चला तो रविवार को नीतीश आठवीं बार सीएम पद की शपथ ले सकते हैं. इस बीच बिहार का सियासी पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया है. हालांकि राष्ट्रीय जनता दल यानी राजद ने इन खबरों को कोरी अफवाह बताया है. राजद नेताओं का कहना है कि महागठबंधन में टूट की कोई गुंजाइश नहीं है.
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बिहार में वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर राजद सांसद मनोज कुमार झा ने कहा कि मैं तो इसे अफवाह ही मानूंगा...जो संशय की स्थिति है वो संशय असहज कर रहा है और इस असहजता को दूर करने का निदान सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमाीर के पास है... बिहार पूरे देश में अच्छे कारणों से चर्चा का विषय है। मुझे इसमें कोई दरार नहीं दिखती....अंतत: इस 'महागठबंधन' के मुखिया नीतीश कुमार हैं...इसकी बुनियाद उन्होंने, लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव ने मिलकर रखी थी..." बिहार में वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर RJD नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, "...सब कुछ ठीक है। संशय, असमंजस की स्थिति बहुत जल्द खत्म हो जाएगी...आगे जो भी परिस्थिति उत्पन्न होगी उसका सामना करने के लिए हमारी पार्टी तैयार है..."
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आपको बता दें कि 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में सरकार के सामान्य बहुमत के लिए 122 का आकंड़ा होना जरूरी है. बीजेपी के 78, जेडीयू के 45 और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के चार विधायकों के अलावा निर्दलीय विधायक के समर्थन ने जादुई संख्या पूरी हो जाती है. वर्तमान स्थिति की बात करें तो बिहार में सबसे बड़े राजनीतिक दल के रूप में आरजेडी के पास 79 विधायक हैं. जबकि बीजेपी के पास 78, जेडीयू के पास 45, कांग्रेस के पास 19, माले के पास 12, माकपा और भाकपा के पास 2-2, हम के पास 4 और एआइआइएम के पास 1 विधायक है. इसके अलावा एक निर्दलीय विधायक भी है.
Source : News Nation Bureau