उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिला स्थित थाना एक्सप्रेसवे क्षेत्र में नौ सितंबर वर्ष 2019 को संजीव रावत नामक व्यक्ति की हुई हत्या के मामले में फरार चल रहे हैं 25 हजार रुपये के इनामी बदमाश को रविवार को पुलिस ने बिहार से गिरफ्तार किया. हत्या करने वाले गिरोह के चार सदस्यों की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है. पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) संकल्प शर्मा ने बताया कि नौ सितंबर वर्ष 2019 को थाना एक्सप्रेस वे क्षेत्र के यमुना पुश्ते के पास एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला था. बाद में शव की शिनाख्त खोड़ा कॉलोनी निवासी संजीव रावत के रूप में हुई.
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उन्होंने बताया कि इस मामले में उनकी पत्नी ने कुछ लोगों पर हत्या का शक जाहिर करते हुए मुकदमा दर्ज कराया था. शर्मा ने बताया कि मामले की जांच कर रही पुलिस ने 25 सितंबर को घटना में शामिल नीरज सिंह उर्फ हरेंद्र, समीर राय तथा सोनल सिंह को गिरफ्तार किया था. पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि मृतक व आरोपी एक साथ मिलकर मेडिकल की पढ़ाई के इच्छुक छात्रों को मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने का झांसा देकर उनसे करोड़ों की ठगी करते थे. उन्होंने बताया कि इनके खिलाफ दिल्ली में धोखाधड़ी के दो मुकदमे दर्ज हैं.
शर्मा ने बताया कि पूछताछ के दौरान यह भी पता चला था कि ये लोग रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर भी ठगी करते थे. इन लोगों ने पटना में भी एक व्यक्ति की हत्या की थी और संजीव रावत भी इसी गिरोह का सदस्य था एवं ठगी के पैसों के बंटवारे को लेकर हुई अनबन की वजह से उसकी हत्या की गई थी. उन्होंने बताया कि इस घटना में शामिल राजेश उर्फ दबंग फरार चल रहा था. उसकी गिरफ्तारी पर 25,000 का इनाम घोषित था. उन्होंने बताया कि रविवार को पुलिस ने उसे बिहार से गिरफ्तार किया.
Source : News Nation Bureau