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लापता हुआ युवक( Photo Credit : News State Bihar Jharkhand)
भागलपुर-पूर्णिया के भूडी पश्चिम थाना क्षेत्र का रहने वाला जितेंद्र ठाकुर का 35 वर्षीय पुत्र अंजनी कुमार 16 मार्च को लापता हो गया था. वह एचडीएफसी बैंक के माध्यम से हीरो शोरूम में लोन फाइनेंस का काम करता था. हर रोज की तरह काम के लिए वह 16 मार्च को भी निकला था. खोजबीन के दौरान हीरो शोरूम के सामने वाले दुकान में उसका बैग भी कुछ दिन पहले मिला था और उसका मोटरसाइकिल शोरूम के पार्किंग में मिला था, लेकिन अंजनी का कुछ भी पता नहीं चल रहा था, लेकिन आज अचानक उनकी संदिग्ध मौत के बाद सबौर क्षेत्र के पुरके बडेर बगीचा में उनका शव मिलने से परिजनों में कोहराम मच गया.
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ऐसे हुआ था गायब
वहीं प्रत्यक्षदर्शी सौरभ कुमार दास और जवाहर दास ने कहा कि हम लोग बडेर बगीचा के किनारे गंगा नदी के पास टहलने के लिए आए थे तभी हम लोगों ने एक शव को देखा और शव काफी क्षत-विक्षत था. उसके फुल पैंट के पैकेट में मोबाइल देख रहा था. हम लोगों को लगा कि मोबाइल से उनके परिजनों को सूचित किया जा सकता है. जैसे ही उनके मोबाइल से सिम दूसरे मोबाइल पर लगाया गया तो परिजनों का ही कॉल आ गया और हम लोगों ने सारी बात बताई. परिजनों ने जब आकर देखा तो उसमें एक महिला थी जो अंजनी की मां थी. वह फूट-फूट कर रोने लगी और कहने लगी यह हमारा बेटा है.यह दृश्य अत्यंत हृदयविदारक था, पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर मामले की शिनाख्त शुरू कर दी है. युवक लोन फाइनेंस का काम करता था. बता दें कि पूर्णिया के भूडी पश्चिम थाना क्षेत्र निवासी जितेंद्र ठाकुर का 35 वर्षीय पुत्र अंजनी कुमार 16 मार्च को लापता हो गया था. वह एचडीएफसी बैंक के माध्यम से हीरो शोरूम में लोन फाइनेंस का काम करता था. रोज के तरह वो 16 मार्च को भी काम के लिए निकला था. खोजबीन के दौरान हीरो शोरूम के सामने वाले दुकान में उसका बैग भी कुछ दिन पहले मिला था और उसका मोटरसाइकिल शोरूम के पार्किंग में मिला था, लेकिन अंजनी का कुछ भी पता नहीं चल रहा था. अब उसकी लाश इस तरह मिलने से परिजनों में कोहराम मच गया.
वहीं प्रत्यक्षदर्शी सौरभ कुमार दास और जवाहर दास ने कहा कि, ''हम लोग बडेर बगीचा के किनारे गंगा नदी के पास टहलने के लिए आए थे, तभी हम लोगों ने एक शव को देखा और सब काफी क्षत-विक्षत था. फिर उसके बारे में पता करने के बाद उसके फुल पैंट के पैकेट में मोबाइल मिला, जिसे हम लोगों को लगा कि मोबाइल से उनके परिजनों को सूचित किया जा सकता है. जैसे ही उनके मोबाइल से सिम दूसरे मोबाइल पर लगाया गया तो वैसे ही परिजनों का ही कॉल आ गया और हम लोगों ने सारी बात बताई. परिजनों ने जब आकर देखा तो सब फूट-फूट कर रोने लगे और कहने लगे कि ये हमारा बेटा है.'' फिलहाल पुलिस इन सारे मामलों कि जांच कर रही है.
Source : News State Bihar Jharkhand