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दरभंगा: राज्यपाल-सह-कुलाधिपति आज संस्कृत विश्वविद्यालय की सीनेट में लेंगे भाग, तैयारियां पूरी

बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के सीनेट में आज यानी रविवार को भाग लेंगे. जिसको लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी है.

Updated on: 26 Mar 2023, 12:06 PM

Darbhanga:

बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के सीनेट में आज यानी रविवार को भाग लेंगे. जिसको लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी है. बता दें कि कुलाधिपति के आगमन को लेकर संस्कृत विवि में व्यापक स्तर पर तैयारी की गई है. राज्यपाल सह कुलाधिपति का कारकेट दिन के 11 बजे बाघ मोड़ गेट से संस्कृत विवि में प्रवेश करेंगे. प्रवेश के साथ ही विवि परिसर स्थित राशि नक्षत्र वाटिका के उत्तर-पूर्व कोने में उन्हें जिला पुलिस की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया जाएगा. साथ ही उसके बाद कुलाधिपति महाराजाधिराज डॉ. सर कामेश्वर सिंह की परिसर स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे और फिर वह कुलपति सचिवालय पहुंचेंगे, जहां उनके जलपान की व्यवस्था की गई है.

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पूरी हुई तैयारियां

आपको बता दें कि सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर कुलाधिपति मुख्य भवन के पूर्वी गेट से विश्वविद्यालय के दरबार हॉल पहुंचेंगे, जहां वह सीनेट की अध्यक्षता करेंगे. सीनेट की बैठक समाप्त होने के बाद तीन बजे उनका कारकेट पुन बाघ मोड़ गेट से पटना के लिए प्रस्थान करेगा. सीनेट की बैठक में डायस पर पहली पंक्ति में कुलाधिपति, कुलपति, प्रतिकुलपति, राजभवन के प्रधान सचिव व आप्त सचिव बैठेंगे, जबकि दूसरी पंक्ति में कुलाधिपति के एडीसी, कुलसचिव आदि आसन ग्रहण करेंगे. बता दें कि इस बैठक में कुल 55 सदस्यों के भाग लेने की संभावना है. कुलपति के भोजन एवं विश्राम की व्यवस्था कुलपति सचिवालय में ही की गयी है.

यहां की गई है ठहरने की व्यवस्था

साथ ही बताते चले कि संस्कृत विश्वविद्यालय के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि जब कोई कुलाधिपति स्वयं सीनेट की अध्यक्षता करने पहुंच रहे हैं. इसे लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ ही सीनेट सदस्यों में भी उत्साह का माहौल है. कुलाधिपति का मिथिला की परंपरा के अनुसार स्वागत किया जाएगा. बता दें कि उनके खाने में मिथिला के मशहूर तिलकोर और खम्हौर के तरुआ, मखाने की खीर आदि की व्यवस्था की गई है. कुलाधिपति के आगमन से लेकर उनके जाने तक का मिनट टू मिनट कार्यक्रम तय है. कुलाधिपति पूरे चार घंटे संस्कृत विश्वविद्यालय में रहेंगे.