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Bihar Hooch Tragedy: सीवान शराब कांड में 5 की मौत, 10 की हालत गंभीर, 12 लोग गिरफ्तार

सीवान शराब कांड मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. मामले में अभी तक आपूर्तिकर्ता और ट्रांसपोर्टर समेत 12 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.

Updated on: 23 Jan 2023, 12:38 PM

highlights

  • सीवान शराब कांड मामले में पुलिस की बड़ी कार्रवाई
  • आपूर्तिकर्ता और ट्रांसपोर्टर समेत 12 लोगों की गिरफ्तारी
  • पुलिस की अलग-अलग टीमें ने तेज की छापेमारी
  • सीवान के शराब तस्करों पर शिकंजा कस रही है पुलिस

Siwan:

सीवान शराब कांड मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. मामले में अभी तक आपूर्तिकर्ता और ट्रांसपोर्टर समेत 12 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. पुलिस की अलग-अलग टीमें कई इलाकों में तेजी से छापेमारी कर रही हैं. पुलिस सीवान के शराब तस्करों पर शिकंजा कस रही है. पूरे मामले पर पुलिस हेड क्वार्टर ने नजर बनाई हुई है. माना जा रहा है कि देर शाम तक मामले में कई बड़ी गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं. लकड़ी नबीगंज ओपी के दो गांवों का ये मामला है.

आपको बता दें कि सीवान में 4 व्यक्तियों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई है. वहीं, 12 से अधिक लोगों की तबीयत बिगड़ गई. 10 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है. जहरीली शराब से मौत की आशंका जताई जा रही है. पहले तबियत बिगड़ने के बाद 5 लोगों को सीवान के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जिसके बाद ये संख्या बढ़ती चली गई. वहीं, एक शव को भी सदर अस्पताल में लाया गया है. जहरीली शराब पीने से तबीयत बिगड़ने और मौत की सूचना मिल रही है, लेकिन जिला प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है. 

प्रशासन ने पत्रकारों को पीड़ित और परिजन से बात करने पर रोक लगा दी है. सदर अस्पताल के मुख्य गेट को भी प्रशासन ने बंद करा दिया है. अस्पताल में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है. वहीं, इस मामले में पीजीआरओ अभिषेक चंदन ने कहा कि तबीयत कैसे बिगड़ी है इसकी अभी जानकारी नहीं है. शव के पोस्टमार्टम के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा.


जहरीली शराब से कब कितनी मौतें ?
साल            मौतों की संख्या
2022        67  
2021        90
2020        6
2019        9
2018        9
2017        8
2016        13 
 
छपरा में करीब 70 मौत
14-18 दिसंबर के बीच जहरीली शराब का सेवन करने से छपरा जिले में करीब 70 लोगों की मौतें हुई थी. 41 दिनों बाद एक बार बिहार में फिर जहरीली शराब से लोगों की मौतों की खबर आ रही है. छपरा के मशरख और इसुआपुर इलाके में सबसे ज्यादा मौतें हुई थी. NHRC ने संज्ञान लेते हुए जहरीली शराब से हुई मौतों की जांच कर रही है.

दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
इस मामले पर राजद के प्रवक्ता विजय तिवारी ने कहा है कि अनेक तरह का कानून बनाए गए हैं, लेकिन उन कानून में भी कहीं ना कहीं कुछ घटनाएं घटटी रहती हैं. बिहार में भी शराब बंदी कानून है, लेकिन फिर भी लोग चोरी-छिपे शराब का सेवन करते हैं. सरकार गंभीर है और प्रशासन के लोग भी लगे हुए हैं. किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. 

बीजेपी ने की मुआवजे की मांग
वहीं, बीजेपी ने एक बार फिर से सरकार को इस मामले पर घेरा है. बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा है कि सरकार शराबबंदी मामले में पूरी तरीके से फेल है. आए दिन इस तरीके की घटना घटती रहती है और लोगों की मौत होती है. उन्होंने सरकार से मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की.

कानून को रिव्यू करने की जरूरत
वहीं, भाजपा के एमएलसी संजय पासवान ने कहा कि यह सब नीतीश कुमार के जिद का नतीजा है. वाइन और बीयर जैसे फर्मेंटेड ड्रिंक शुरू कर दिए जाने चाहिए. गुजरात और महाराष्ट्र मॉडल को अपनाना चाहिए. लोगों की जिस तरीके से मौत हो रही है अब पूरे कानून को रिव्यू करने की जरूरत है.

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