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बिहार का पहला ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट पर बना तारामंडल बनकर तैयार, जानिए इसकी खासियत

नए साल में बिहार के दरभंगवासियों को एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है. दरभंगा में बिहार का पहला सबसे अत्याधुनिक तारामंडल तैयार किया गया है.

Updated on: 06 Jan 2023, 12:28 PM

highlights

  • ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट पर बना तारामंडल 
  • छात्रों के लिए मददगार होगा साबित
  • लोगों ने सीएम को दिया धन्यवाद 

Darbhanga:

नए साल में बिहार के दरभंगवासियों को एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है. दरभंगा में बिहार का पहला सबसे अत्याधुनिक तारामंडल तैयार किया गया है. यह तारामंडल ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट पर बना है. यह माना जा रहा है कि समाधान यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 12 जनवरी को दरभंगा में स्थित इस तारामंडल को जनता के लिए समर्पित करेंगे. इसके निर्माण का पहला चरण लगभग समाप्त कर लिया गया है और दूसरे चरण का काम तेजी से चल रहा है. आपको बता दें कि इस तारामंडल का आधुनिक तरीके से निर्माण कराया गया है, जिसमें पूरी तरह से सौर उर्जा का उपयोग किया जाना है. 

ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट पर बना तारामंडल 
दरभंगा जिले के बेला स्थित पोलोटेक्निक कॉलेज परिसर में बने तारामंडल का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाधान यात्रा के दौरान 12 जनवरी को कर सकते हैं. यह तारामंडल बिहार के सबसे अत्याधुनिक तारामंडल के साथ-साथ बिहार का पहला ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट पर बनने वाले तारामंडल होगा. इसमें पूरी तरह सौर ऊर्जा का उपयोग होगा. जिससे 340 किलोवाट का बिजली उत्पादन हो सकेगा. बिहार सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से बन रहे इस तारामंडल का करीब 164 करोड़ की लागत से निर्माण किया जा रहा है.

क्या है इसकी खासियत
वहीं, तारामंडल के प्रोजेक्ट मैंनेजर नितेश कुमार ने कहा कि ये तारामंडल लगभग 164 करोड़ की लागत से दो फेज में बनना है. तारामंडल परिसर में तीन मुख्य भवन का निर्माण किया गया है. जिसमें, 150 सीटों वाली प्लेनेटोरियम सह साइंस म्यूजियम, 300 सीटों के ऑडिटोरियम सह थियेटर और 50 सीटों के ओरिएंटेशन हॉल बनाया गया है. यह पूरी तरह 3डी से युक्त होगा. 3डी में साइंस सब्जेक्ट के कंटेंट होंगे. सोलर पार्किंग पाथवे, रूफ ऑफ गार्डन बनाये गए हैं. इसके अलावे, कैफेटेरिया, लॉबी, साइंस गैलरी, सर्विस बिल्डिंग और कमल तालाब का भी निर्माण किया गया.

छात्रों के लिए मददगार होगा साबित
वहीं, तारामंडल के निर्माण को लेकर छात्रों में भी काफी उत्साह है. उनका कहना है कि यह वास्तविक में छात्रों के लिए तब उपयोगी होगा जब उनके लिए निःशुल्क एंट्री होगी. जॉग्रफी डिपार्टमेंट से इसे टैग किया जाए और रिसर्च करने वाले छात्रों को कोई काम हो तो यहां आने जाने में उन्हें किसी तरह की कठिनाई न हो. वहीं, उन्होंने कहा कि इसके निर्माण के अंतिम रूप के देखकर युवाओं के बीच काफी खुशी की लहर है.

लोगों ने सीएम को दिया धन्यवाद 
वही, स्थानीय लोगों ने तारामंडल के निर्माण को लेकर सीएम नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया. तारामंडल घूमने पहुंचे एक व्यक्ति नजरे आलम ने कहा कि इसके शुरू हो जाने से शोधार्थियों को काफी मदद मिलेगी और दरभंगा को पर्यटन के क्षेत्र में नई पहचान मिलेगी. इसके साथ-साथ रोजगार सृजन के लिए बंद पड़े चीनी मिल, पेपर मिल पर भी ध्यान देनी चाहिए. एम्स को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं., वो जब यहां आयें तो हम लोगों को बता दें कि दरभंगा में एम्स कहां बनेगा. वहीं, उन्होंने कहा कि जैसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तारामंडल देकर मिथिलांचल के लोगों को सौगात देने का काम किया है ठीक उसी प्रकार बंद पड़े कल कारखानों को चालू कर यहां पर रोजगार का सृजन करें.

पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
आपको बता दें कि बिहार का पहला तारामंडल में है. पटना के बाद दरभंगा में बनने वाला यह दूसरा तारामंडल होगा. तारामंडल शुरू होने के बाद निश्चित तौर पर मिथिला को विज्ञान के क्षेत्र में नई पहचान मिलेगी. यहां के छात्र-छात्रों को एस्ट्रोनॉमी के रिसर्च में भी काफी मदद मिलेगा. शिक्षा, कला-साहित्य के साथ-साथ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.

रिपोर्ट : अमित कुमार

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