बिहार के वो 'बाहुबली पिता', जिन्होंने बच्चों को रखा अपराध के साये से भी दूर, फिर उतारा चुनावी रण में

Bihar Elections 2025: आनंद मोहन सिंह, जिनका नाम गोपालगंज डीएम कृष्णय्या हत्याकांड में चर्चित रहा, उन्होंने भी जेल में रहते हुए अपने बेटे चेतन आनंद को अपराध से दूर रखा.

Bihar Elections 2025: आनंद मोहन सिंह, जिनका नाम गोपालगंज डीएम कृष्णय्या हत्याकांड में चर्चित रहा, उन्होंने भी जेल में रहते हुए अपने बेटे चेतन आनंद को अपराध से दूर रखा.

author-image
Yashodhan.Sharma
New Update
Bihar bahubali leaders

Bihar bahubali leaders Photograph: (Social)

Bihar Diwali Celebration: एक समय था जब बिहार की पहचान अपराध और बाहुबल से जुड़ी थी. खेतों में फसलें कम, बंदूकें ज्यादा बोई जाती थीं. उस दौर में सत्ता और सिस्‍टम दोनों बाहुबली नेताओं के इशारे पर चलते थे. लेकिन अब वही बाहुबलियों की नई पीढ़ी अपराध नहीं, शिक्षा और सिस्‍टम की राह पर आगे बढ़ रही है.

Advertisment

बेगूसराय के तस्कर सम्राट कहे जाने वाले कामदेव सिंह की कहानी इसका सबसे बड़ा उदाहरण है. कभी इंटरपोल तक जिनकी तलाश थी, उन्होंने अपने बेटे राज कुमार सिंह को पढ़ाई के लिए दिल्ली भेजा. राज कुमार ने रामजस कॉलेज से स्नातक किया और अपनी मेहनत से पहचान बनाई. अब वे जदयू से मटिहानी सीट से उम्मीदवार हैं जो कि साफ छवि के साथ राजनीति में लौटे हैं.

आनंद मोहन सिंह ने भी अपने बेटे को रखा गंदगी से दूर

इसी तरह आनंद मोहन सिंह, जिनका नाम गोपालगंज डीएम कृष्णय्या हत्याकांड में चर्चित रहा, उन्होंने भी जेल में रहते हुए अपने बेटे चेतन आनंद को अपराध से दूर रखा. चेतन देहरादून के वेल्हम बॉयज स्कूल से पढ़े हैं और अब जदयू से नबीनगर सीट से चुनावी मैदान में हैं. आनंद मोहन ने जेल में रहते तीन किताबें भी लिखीं और शिक्षा की राह पर दूसरों को प्रेरित किया.

वैशाली के डॉ. विजय कुमार शुक्ला उर्फ मुन्ना शुक्ला की बेटी शिवानी शुक्ला ने भी पिता की विरासत को शिक्षा से नया आयाम दिया. दिल्ली पब्लिक स्कूल और यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्स, लंदन से पढ़ाई करने के बाद अब वह लालगंज से राजद की उम्मीदवार हैं.

पप्पू सिंह के बेटे भी अपराध की दुनिया से दूर

वहीं आरा के पूर्व विधायक सुनील पांडेय, जिन पर कभी 23 आपराधिक मुकदमे थे, अब बेटे विशाल प्रशांत को राजनीति में नई सोच के साथ आगे बढ़ा रहे हैं. विशाल भाजपा के युवा चेहरा हैं और उनकी पत्नी ऐश्वर्या राज ‘मिसेज बिहार 2025’ रह चुकी हैं. इन सबके बीच पप्पू यादव और अनंत सिंह जैसे नाम भी हैं, जिन्होंने अपने बच्चों को अपराध की परछाईं से दूर रखा.

कभी अपराध और राजनीति के संगम का प्रतीक रहा बिहार अब बदलाव की राह पर है. इन बाहुबली नेताओं की नई पीढ़ी साबित कर रही है कि इंसान हालात से अपराधी बनता है, पर शिक्षा उसे सिस्‍टम का सिपाही बना सकती है. यही बिहार के नए दौर की सच्ची पहचान है.

यह भी पढ़ें: Bihar Elections: लालू यादव के घर के सामने कुर्ता फाड़कर लेटे राजद नेता, दो करोड़ में टिकट देने का आरोप लगाया

Patna Bihar News bihar-elections Bihar Elections 2025 state news state News in Hindi
Advertisment