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Rohini Acharya lalu yadav family dispute Photograph: (NN)
Bihar Politics: बिहार की राजनीति में आरजेडी की चुनावी हार के 24 घंटे के भीतर ही लालू प्रसाद यादव के परिवार में बड़ा विवाद सामने आ गया. लालू की छोटी बेटी और तेजस्वी यादव की बहन रोहिणी आचार्य ने एक्स पर एक पोस्ट करके राजनीति और अपने परिवार से नाता तोड़ने का ऐलान कर दिया. उनके इस फैसले ने सियासी हलचल तेज कर दी है.
रोहिणी ने पोस्ट में लिखा कि वह राजनीति छोड़ रही हैं और परिवार से अलग हो रही हैं. साथ ही उन्होंने दावा किया कि संजय यादव और रमीज ने उनसे ऐसा करने को कहा था और अब वह सारा दोष खुद पर ले रही हैं. जेडीयू नेता नीरज कुमार ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जिस बेटी ने लालू जी की जान बचाई, आज वही दुखी है और उसका भाई तेजस्वी चुप है, जो बताता है कि चोट गहरी है.
आरोपों में तेजस्वी के करीबी के नाम शामिल
रोहिणी के आरोपों में तेजस्वी यादव के करीबी संजय यादव और रमीज खान के नाम शामिल हैं. रमीज तेजस्वी के पुराने दोस्त हैं और उनकी कोर टीम का हिस्सा माने जाते हैं. रोहिणी का कहना है कि परिवार और पार्टी में इन दोनों की चलती है, और उनके नाम लेने पर उन्हें अपमानित किया जाता है.
भाजपा नेताओं ने भी साधा निशाना
इस विवाद पर बीजेपी नेताओं ने भी निशाना साधा है. मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि रोहिणी की नाराज़गी से यह साफ है कि आरजेडी में परिवारवाद हावी है और लड़ाई केवल सत्ता की है. BJP सांसद मनोज तिवारी, HAM के संतोष सुमन और बिहार BJP अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने भी रोहिणी का समर्थन किया.
तेज प्रताप यादव, जिन्हें पहले ही पार्टी और घर से निकाल दिया गया था, अपनी बहन के समर्थन में खुलकर सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि बहन का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इतिहास में रोहिणी का नाम दर्ज रहेगा.
सियासी गलियारों में सवाल खड़े
विवाद के बीच रोहिणी ने दूसरा पोस्ट कर सनसनी फैला दी. उन्होंने दावा किया कि उन्हें गालियां दी गईं और यहां तक कहा गया कि उन्होंने अपने पिता को 'गंदी किडनी' लगाई. इस बीच चर्चा तब और बढ़ गई, जब रोहिणी के पटना छोड़ने के बाद लालू की तीन बेटियां रागिनी, चंदा और राजलक्ष्मी भी अचानक बच्चों के साथ दिल्ली के लिए रवाना हो गईं. हालांकि, यह उनकी तय यात्रा भी हो सकती है, लेकिन समय ने सियासी गलियारों में कई सवाल खड़े कर दिए हैं.
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