Bihar Election Results 2025: जीत का नया M-Y समीकरण, Mahila–Youth ने बनाया NDA का ‘मिशन 202’ सफल”

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को मिली ऐतिहासिक विजय के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में जिस ‘M-Y फॉर्मूले’ का जिक्र किया, उसने पूरी चुनावी बहस ही बदल दी.

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को मिली ऐतिहासिक विजय के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में जिस ‘M-Y फॉर्मूले’ का जिक्र किया, उसने पूरी चुनावी बहस ही बदल दी.

author-image
Ravi Prashant
New Update
bihar elections  (3)

पीएम मोदी Photograph: (BJP)

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को मिली ऐतिहासिक विजय के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में जिस ‘M-Y फॉर्मूले’ का जिक्र किया, उसने पूरी चुनावी बहस ही बदल दी. लंबे समय तक बिहार की राजनीति में ‘M-Y’ यानी मुस्लिम-यादव वोट बैंक को निर्णायक माना जाता रहा, लेकिन इस बार मैदान में उतरा एक बिल्कुल नया समीकरण महिला और यूथ, जिसने रुझान ही बदल दिया.

Advertisment

महिलाओं ने किया 71% मतदान

बिहार में इस बार महिलाओं ने 71% के करीब मतदान किया, जो पुरुषों से काफी अधिक है. यह औसत सिर्फ एक आंकड़ा नहीं बल्कि जनादेश का केंद्र है. इसके पीछे साफ कारण है कि पिछले दो दशकों में किए गए फैसलों ने महिलाओं के भीतर भरोसे की एक मजबूत नींव खड़ी कर दी.

10,000 रुपये वाली योजना का सीधा असर

चुनाव से पहले नीतीश सरकार ने महिला उद्यमियों के लिए 10,000 रुपये की सहायता योजना शुरू की. दावा है कि 1.21 करोड़ महिलाओं तक यह राशि सीधे पहुंचाई जा चुकी है. कई महिलाएं पहली बार किसी सरकारी योजना को इतनी प्रत्यक्ष तरीके से महसूस कर पाईं. बिजनेस आगे बढ़ने पर 2 लाख रुपये तक की मदद का वादा इस भरोसे को और मजबूत करता है. महागठबंधन ने भी घोषणाएं कीं, लेकिन एनडीए की ‘डायरेक्ट बेनिफिट’ नीतियों ने जमीनी स्तर पर ज्यादा विश्वास पैदा किया. 

20 वर्षों का निवेश वोट में तब्दील

महिलाओं का उत्साह सिर्फ हालिया कैश ट्रांसफर से नहीं आया. नीतीश कुमार के 20 साल के शासन में महिलाओं को लगातार प्राथमिकता दी गई. साइकिल योजना से स्कूली शिक्षा, जीविका समूहों के जरिए आर्थिक आत्मनिर्भरता, और पंचायत-नगर निकायों में 50% आरक्षण. आज जिन महिलाओं ने बड़ी संख्या में मतदान किया, वे वही पीढ़ी हैं जिन्हें पहली बार साइकिल मिली थी और जिन्हें पहली बार सार्वजनिक निर्णय-प्रक्रिया में स्थान मिला था. 

शराबबंदी और सुरक्षा का नैरेटिव

2016 में लागू हुई शराबबंदी अब भी महिलाओं के बीच एक मजबूत भावनात्मक मुद्दा है. घरेलू तनाव कम होने और आर्थिक बचत बढ़ने के अनुभव ने इस फैसले को खास बनाया. दूसरी ओर, आरजेडी शासन के जंगलराज की याद जहां महिलाओं की सुरक्षा सबसे बड़ी चुनौती थी. एनडीए के प्रचार में एक बड़ा मुद्दा बनी रही. प्रधानमंत्री मोदी ने इसे सीधे महिलाओं से जोड़ते हुए कहा कि जंगलराज के सबसे बड़े शिकार महिलाएं थीं. 

युवा वोटर बदलाव की दूसरी धुरी

बिहार के युवा रोजगार, सुरक्षा और स्थिर शासन के बीच संतुलन तलाश रहे थे। एनडीए ने इंफ्रास्ट्रक्चर, स्टार्ट-अप सपोर्ट और कौशल विकास योजनाओं के जरिए युवाओं के बीच भरोसा बढ़ाया. युवाओं और महिलाओं—इन दोनों वर्गों ने मिलकर चुनावी हवा की दिशा बदल दी. वहीं पीएम मोदी ने युवाओं को लेकर भी बात कही है. पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के लोगों को अब बाहर जाने की जरुरत नहीं है. बिहार में उन्हें रोजगार मिलेगी. 

ये भी पढ़ें- Bihar Election Results 2025: 71% महिला मतदान ने बदल दी तस्वीर, नीतीश-मोदी की जोड़ी को मिला जबरदस्त जनसमर्थन

Bihar Elections 2025
Advertisment