Bihar Election Results 2025: Amit Shah की खास प्लानिंग ने NDA को दिलाई ऐतिहासिक जीत

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने रिकॉर्ड जीत हासिल की. अमित शाह की सटीक रणनीति, तेज प्रचार और एनडीए की एकजुटता पर फोकस ने बिहार चुनाव को पूरी तरह उनके पक्ष में मोड़ दिया.

author-image
Deepak Kumar
New Update

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने रिकॉर्ड जीत हासिल की. अमित शाह की सटीक रणनीति, तेज प्रचार और एनडीए की एकजुटता पर फोकस ने बिहार चुनाव को पूरी तरह उनके पक्ष में मोड़ दिया.

Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव ने एक बार फिर साबित कर दिया कि अमित शाह की चुनावी रणनीति बहुत मजबूत होती है. पूरे चुनाव में सीटों के बंटवारे से लेकर रैलियों के समय तक, हर कदम पर उनकी योजना काम करती नजर आई. उन्होंने इतनी तेज रफ्तार से रैलियां कीं और ऐसा माहौल बनाया कि विपक्ष उनका मुकाबला नहीं कर पाया. अमित शाह ने चुनाव शुरू होते ही एनडीए की एकजुटता पर जोर दिया. उन्होंने साफ संदेश दिया कि जीत तभी संभव है, जब सभी दल एक होकर मैदान में उतरें. मोदी, नीतीश, मांझी, कुशवाहा और चिराग पासवान- सबको एक मंच पर लाकर उन्होंने गठबंधन को मजबूत बनाया. इसके विपरीत विपक्ष अपने अंदरूनी मतभेदों से जूझता रहा.

आपको बता दें कि इस चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. पार्टी ने 89 सीटों पर जीत हासिल की, जो उसका अब तक का सबसे मजबूत प्रदर्शन है. जबकि जदयू को 85 सीटें, लोजपा (रामविलास) को 19 सीटें, HAM को 5 और आरएलएम को 4 सीटें मिली हैं. यानी कुल मिलाकर NDA ने इस चुनाव में 202 सीटें हासिल कीं.

Advertisment

अमित शाह की रणनीति

शाह ने बिहार की अलग-अलग समस्याओं पर केंद्रित रैलियां कीं. सीमांचल में घुसपैठ का मुद्दा उठाया, सिवान में माफिया राज की बात की, बक्सर में जंगल राज की वापसी रोकने की अपील की और नालंदा में उद्योग और रोजगार के वादे किए. खगड़िया में युवाओं के भविष्य पर बात की और सासाराम में ऑर्डिनेंस फैक्ट्री का वादा कर लोगों को विकास की उम्मीद दी.

उन्होंने जातीय समीकरण को भी अच्छी तरह समझा. गैर यादव ओबीसी, ईबीसी, दलित और महिलाओं को एनडीए के पक्ष में जोड़ने के लिए खास रणनीति बनाई. चिराग पासवान और जीतन राम मांझी के साथ तालमेल बनाए रखकर दलित वोटों का बिखराव रोका. कमजोर क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं से लगातार बैठकें कर वीनिंग फॉर्मूला समझाया.

अमित शाह ने बूथ स्तर तक मजबूत तैयारी की. 10 लाख से ज्यादा बूथ कार्यकर्ताओं को सक्रिय किया. मुख्यमंत्री और सांसदों को भी बिहार में कैंप करने भेजा ताकि संगठन मजबूत रहे. उन्होंने विकास को केंद्र में रखा और विपक्ष को जंगल राज, भ्रष्टाचार और घुसपैठ के मुद्दों में घेरा. इस रणनीति का नतीजा यह हुआ कि एनडीए ने 2010 से भी बड़ी जीत दर्ज की और बिहार की राजनीति में अमित शाह की भूमिका निर्णायक साबित हुई.

यह भी पढ़ें- Bihar Election Result 2025: बिहार चुनाव में शानदार जीत पर क्या बोले PM Modi?

Bihar News Bihar Election 2025 Bihar Election Results Bihar Elections 2025 Bihar Election Results 2025
Advertisment