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Bihar Election: जानिए गोपालगंज सीट का जातीय समीकरण, किसको मिलेगा फायदा?

उपचुनाव को लेकर बिहार अब पूरी तरह तैयार है. चुनाव प्रचार थम चुके हैं. सभी उम्मीदवारों ने जमकर प्रचार किया.

Updated on: 01 Nov 2022, 04:32 PM

highlights

.गोपालगंज में 65,000 मुस्लिम वोटर हैं
.49,000 के करीब राजपूत वोटर
.47,000 यादव मतदाता
.38,000 वैश्य मतदाता

Gopalganj:

उपचुनाव को लेकर बिहार अब पूरी तरह तैयार है. चुनाव प्रचार थम चुके हैं. सभी उम्मीदवारों ने जमकर प्रचार किया. मुख्यमंत्री से लेकर उपमुख्यमंत्री ने आखिरी वक्त तक जोर आजमाइश की. वहीं, बीजेपी की तरफ से सांसद मनोज तिवारी भी उपचुनाव के दंगल में जमकर महागठबंधन के साथ दांव आजमाइश की. गोपालगंज और मोकामा में चुनाव को लेकर जहां सभी अपनी जीत को लेकर दम भर रहे हैं, वहीं सियासत के इस चुनावी दंगल में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी खूब चलें, किसी ने बच्चा कहा तो बच्चे ने भी पलटवार करते हुए दिग्गजों को घेरने की पूरी कोशिश की. जिसके बाद नीतीश कुमार और चिराग आमने सामने आ गए हैं. वहीं, दूसरी तरफ बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी दंगल में उतरते हुए सीधे जीत की बात ही कह दी.

नजर गोपालगंज का जातीय समीकरण
सबसे अधिक मुस्लिम मतदाता 
65,000 मुस्लिम वोटर हैं.
इसके बाद सबसे अधिक 49,000 के करीब राजपूत वोटर.
47,000 यादव मतदाता हैं.
38,000 वैश्य मतदाता हैं.
35,000 ब्राह्मण मतदाता हैं.
कोइरी-कुर्मी वोटर 16,000 हैं.
11,000 के करीब भूमिहार वोटर हैं.

हालांकि इस बार तेजस्वी यादव शुरु से ही A TO Z की राजनीति करने पर जोर दे रहे हैं. वहीं, बीजेपी शुरु से अपने पुराने सुर में राग अलाप रही है. अब देखना ये है कि इस चुनावी नूरा कुश्ती में बिहार के भविष्य तेजस्वी यादव की जीत होती है या 2005 से लेकर 2015 के लगातर अपनी जीत के जादू को इस बार दोहरा पाएगी.

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मतदान केंद्रों की संख्या
कुल 330 मतदान केंद्रों पर चुनाव.
मैदान में 9 उम्मीदवार उतरें.

गोपालगंज में इस बार नया-पुराना क्या?
उपचुनाव से पहले महागठबंधन का स्वरूप बदला.
पिछले चुनाव में तारापुर विस. से वैश्य बिरादरी से दिया गया टिकट.
तब उपचुनाव RJD को हार मिली थी.
इसबार गोपालगंज में वैश्य बिरादरी को दिया गया टिकट.
सर्राफा कारोबारी मोहन प्रसाद गुप्ता को टिकट.
बीजेपी ने कुसुम देवी को उम्मीदवार बनाया.
दिवंगत विधायक सुभाष सिंह की पत्नी हैं.

गोपालगंज में सीधी टक्कर
सदर विधानसभा पर 2005 से बीजेपी का कब्जा.
बीजेपी के सुभाष सिंह जीतते रहे.
2015 में हार-जीत का अंतर करीब 5 हजार वोट रहा.
सुभाष सिंह को करीब 78 हजार वोट मिले थे.
RJD उम्मीदवार रियाजुल हक को करीब 73 हजार वोट मिले.
2020 में हार-जीत का आंकाड़ा बढ़ा.
सुभाष सिंह को फिर करीब 78 हजार वोट मिले.
BSP उम्मीदवार साधु यादव को करीब 41 हजार वोट मिले.
महागठबंधन उम्मीदवार आसिफ गफूर को करीब 36 हजार वोट.

गोपालगंज में कुल मतदाता
कुल 3 लाख 30 हजार 978 वोटर.
पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 67 हजार 787.
महिला मतदाताएं 1 लाख 63 हजार 180.
इस विधानसभा में किन्नर मतदाताएं भी हैं.
11 किन्नर मतदाताएं हैं.